बिजनौर में मिले अधजले शव की शिनाख्त सनी सिंह उर्फ गोलू के रूप में हुई
मुमताज़ अहमद लखनऊ
सरोजनीनगर, लखनऊ। बिजनौर इलाके के जंगल में रविवार को मिले अधजले शव की शिनाख्त हो गई है। यह शव बुधवार को बैंक में रुपए जमा करने निकले बंथरा के बीबीपुर निवासी सनी सिंह उर्फ गोलू (32) का था। इसकी पहचान मृतक सनी के परिजनों ने घटनास्थल के पास पड़ी मिली उसकी चप्पलों से की है। मृतक की हत्या उसके गांव में ही रहने वाले दोस्त दुर्गेश ने की थी। पुलिस हिरासत में लिए गए दुर्गेश ने पूछताछ में सारी घटना भी कबूल दी है। बताते चलें कि बंथरा के बीबीपुर गांव निवासी अवधेश सिंह का बेटा सनी सिंह उर्फ गोलू (32) बुधवार सुबह घर से करीब 9:30 बजे एक लाख रुपये लेकर अपनी बाइक से बंथरा स्थित आर्यावर्त बैंक में जमा करने निकला था। लेकिन देर रात तक वापस नहीं लौटा। काफी समय बीतने के बाद उसके वापस न लौटने पर परिजनों ने मोबाइल पर संपर्क किया तो कई बार फोन मिलाने के बाद भी उसका मोबाइल स्विच ऑफ मिला। इसको लेकर मृतक के परिजनों ने बंथरा थाने में उसकी गुमशुदगी दर्ज कराई। इसी बीच गुरुवार को बिजनौर में सरैया गांव के पास बिजनौर पुलिस को सनी की बाइक लावारिस हालत में पड़ी मिली। वहीं गांव के लोगों से उसके पता चला कि सनी अपने गांव में ही रहने वाले दोस्त दुर्गेश के साथ गया था। यह जानकारी होने के बाद परिजनों ने बंथरा पुलिस को बताया। तब बंथरा पुलिस ने दुर्गेश को हिरासत में लेकर उससे पूछताछ की, लेकिन पुलिस को उससे कोई खास सुराग नहीं मिले। बल्कि पूछताछ करने के बाद पुलिस ने दुर्गेश को थाने से छोड़ दिया। वहीं रविवार को बिजनौर इलाके में स्थित अनन्या सिटी के पास जंगल में करीब 32 वर्षीय मानव का अधजला शव पड़ा मिला। कंकाल के रूप में मिले शव में कीड़े तक पड़ चुके थे। जबकि उसके शरीर पर एक भी कपड़ा नहीं था, सिर्फ एक जोड़ी चप्पल वहां पर पड़े मिले थे। घटनास्थल देखकर लग रहा था कि उसकी और कहीं हत्या करने के बाद यहां लाकर शव को जलाया गया है। इस बारे में जब सनी के परिजनों को पता चला तो उन्होंने वहां पर मिले चप्पलों से उसकी पहचान सनी के रूप में की। उधर पुलिस ने भी दुर्गेश के मोबाइल की सीडीआर निकलवा कर जांच कराई तो उसका लोकेशन भी घटनास्थल के आसपास मिला जिस पर पुलिस ने सोमवार को फिर दुर्गेश को हिरासत में लेकर कड़ाई से पूछताछ की। जहां पुलिस पूछताछ में दुर्गेश ने बताया कि वह सनी का खास दोस्त था। दोनों अक्सर एक साथ मिलकर शराब पिया करते थे। साथ ही दुर्गेश का सनी के घर भी काफी आना-जाना था। जिसकी वजह से दुर्गेश बुधवार को सनी के पास काफी रुपए देख शराब पीने के बहाने उसे उसी की बाइक से बिजनौर के सिसेंडी रोड स्थित अनन्या सिटी के पीछे एक खंडहर में ले गया और वहां पर दोनों ने मिलकर पहले शराब पी। जब सनी अधिक नशे में हो गया, तो दुर्गेश ने उसके पास मौजूद रुपए छीनने की कोशिश की। लेकिन सनी विरोध करने लगा। जिससे नाराज दुर्गेश ने ईट से उसके ऊपर वार कर दी। जब वह बेहोश होकर गिर गया तो दुर्गेश ने उसका गला दबाकर हत्या करने के बाद उसे अकेले ही खींचकर पास के जंगल में झाड़ियों के बीच ले गया। इस दौरान दुर्गेश ने उसके पास मौजूद रकम निकालकर अपनी जेब में रखी और बाद में आसपास पड़े कागज व प्लास्टिक की पन्नी इकट्ठा की। इसके बाद सनी की बाइक से पेट्रोल निकालकर उसके शव को वहीं पर जला दिया। घटना अंजाम देने के बाद दुर्गेश उसकी बाइक लेकर वापस आया और बाइक को सरैया गांव के पास लावारिस छोड़कर घर चला गया। घटना के बाद अगले दिन तड़के करीब 4 बजे फिर वह वहां पहुंचा और सनी का शव देखकर वापस घर लौट आया। फिलहाल पुलिस ने दुर्गेश की निशानदेही पर घटना में इस्तेमाल किया गया खून से सना ईट खंडहर से बरामद कर लिया है। दुर्गेश ने पुलिस पूछताछ में बताया कि उसे सनी की जेब से सिर्फ 10 हजार रुपये ही मिले थे। फिलहाल पुलिस उसे गिरफ्तार कर आगे की कार्रवाई