बांग्लादेश में जमात-ए-इस्लामी से जुड़े तत्वों द्वारा हिंदू समुदाय को निशाना बनाना इस्लाम की शिक्षाओं के विरुद्ध

बांग्लादेश में जमात-ए-इस्लामी से जुड़े तत्वों द्वारा हिंदू समुदाय को निशाना बनाना इस्लाम की शिक्षाओं के विरुद्ध

बांग्लादेश में जमात-ए-इस्लामी से जुड़े तत्वों द्वारा हिंदू समुदाय को निशाना बनाना इस्लाम की शिक्षाओं के विरुद्ध: ऑल इंडिया मोहम्मदी मिशन
सज्जाद टाइम्स
हिंदू समुदाय के विरुद्ध जमात-ए-इस्लामी से जुड़े कुछ तत्वों द्वारा की जा रही हिंसा, धमकी और उत्पीड़न की घटनाओं की कड़े शब्दों में निंदा करता है। इस प्रकार के कृत्य अत्यंत निंदनीय हैं और इस्लाम की सच्ची, नैतिक तथा सार्वभौमिक शिक्षाओं का घोर उल्लंघन हैं।

इस्लाम शांति, न्याय, करुणा और मानव गरिमा के सम्मान पर आधारित धर्म है। पवित्र क़ुरआन और पैग़म्बर मुहम्मद ﷺ की शिक्षाएँ स्पष्ट रूप से निर्दोष लोगों के विरुद्ध—उनके धर्म या आस्था की परवाह किए बिना—अत्याचार, अन्याय और हिंसा को निषिद्ध करती हैं। धार्मिक अल्पसंख्यकों को निशाना बनाना, उपासना स्थलों पर हमले करना या भय और असुरक्षा का वातावरण बनाना न केवल अन-इस्लामी है, बल्कि मानवीय मूल्यों और नैतिकता के भी विरुद्ध है।

इस विषय पर प्रतिक्रिया व्यक्त करते हुए, ऑल इंडिया मोहम्मदी मिशन के सेक्रेटरी जनरल सैयद बाबर अशरफ़ किछौछवी ने कहा कि भारतीय उपमहाद्वीप की सदियों पुरानी सूफ़ी परंपरा ने हमेशा अंतरधार्मिक सौहार्द, शांतिपूर्ण सहअस्तित्व और पारस्परिक सम्मान को बढ़ावा दिया है। इस धरती के संतों और विद्वानों ने सिखाया कि मानवता की सेवा ही सर्वोच्च इबादत है और किसी भी इंसान को नुकसान पहुँचाना ईश्वरीय अमानत से विश्वासघात है। इस्लाम के नाम पर की जाने वाली अतिवादी गतिविधियाँ न केवल निर्दोष लोगों के जीवन को खतरे में डालती हैं, बल्कि वैश्विक स्तर पर इस्लाम की छवि को भी नुकसान पहुँचाती हैं और नफ़रत व विभाजन फैलाने वाली ताक़तों को मज़बूत करती हैं।

ऑल इंडिया मोहम्मदी मिशन निम्नलिखित अपील करता है—
• बांग्लादेश की सरकार से कि वह हिंदू अल्पसंख्यकों की सुरक्षा, संरक्षा और संवैधानिक अधिकारों को सुनिश्चित करे तथा हिंसा के दोषियों के विरुद्ध सख़्त और पारदर्शी कार्रवाई करे।
• धार्मिक और राजनीतिक नेतृत्व से कि वे अतिवाद की सार्वजनिक और स्पष्ट निंदा करें तथा धर्म के राजनीतिक या वैचारिक दुरुपयोग को रोकें।
• मुस्लिम विद्वानों, संस्थानों और नागरिक समाज से कि वे शिक्षा, संवाद और करुणा, न्याय एवं विवेक पर आधारित इस्लामी शिक्षाओं के माध्यम से कट्टर और अतिवादी विचारधाराओं का प्रभावी प्रतिकार करें।

मिशन दृढ़ता से दोहराता है कि इस्लाम अत्याचारियों के साथ नहीं, बल्कि उत्पीड़ितों, वंचितों और शांति के सभी साधकों के साथ खड़ा है। इस्लाम के नाम पर नफ़रत और हिंसा को बढ़ावा देने वाला कोई भी समूह या व्यक्ति इसके मूल सिद्धांतों और नैतिक आधारों के विरुद्ध कार्य कर रहा है।

ऑल इंडिया मोहम्मदी मिशन, सैयद बाबर अशरफ़ किछौछवी के नेतृत्व में, शांति, बहुलतावाद और अंतरधार्मिक सद्भाव के प्रति अपनी अटल प्रतिबद्धता की पुनः पुष्टि करता है और दक्षिण एशिया सहित विश्व भर में सहअस्तित्व और पारस्परिक सम्मान के लिए कार्य करने वालों के साथ एकजुटता व्यक्त करता है।

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