ऑल इण्डिया शिया पर्सनल लॉ बोर्ड की कार्यकारिणी की बैठक लखनऊ में आयोजित
सज्जाद टाइम्स
ऑल इण्डिया शिया पर्सनल लॉ बोर्ड की कार्यकारिणी की बैठक दिनांक 18.10.2025 शिया कालेज विक्टोरिया स्ट्रीट, लखनऊ में बोर्ड के अध्यक्ष, मौलाना सैयद साएम मेंहदी साहब की अध्यक्षता में आयोजित हुई। बैठक को मौलाना यासूब अब्बास ने मुख्य रूप से सम्बोधित किया अथवा देश भर से आये वरिष्ठ धर्मगुरूओं और समुदाय के प्रतिनिधियों ने इस बैठक में भाग लिया। बैठक में सर्वसम्मिति से यह तय पाया गया कि बोर्ड के अध्यक्ष मौलाना सै. साएम मेंहदी नक़वी के तीन वर्ष कार्यकाल समाप्त होने पर उनको सदस्यों तथा पदाधिकारी द्वारा पुनः बोर्ड का अध्यक्ष चुना गया जिसकी घोषणा बोर्ड के वार्षिक अधिवेशन में होगी।
बैठक में बोर्ड ने मुख्य रूप से भारत सरकार से अनुरोध किया कि सच्चर कमेटी की तरह शिया मुसलमानों के हालात को जानने के लिए अलग से एक कमेटी बनाई जाए जिससे भारत में फैले हुए करोड़ो शिया मुसलमानों को उनके हुकूक मिल सकें। बोर्ड के महासचिव मौलाना यासूब अब्बास साहब ने कहा कि सरकार मुसलमानों के नाम पर जो सरकारी सुविधायें देती है। वह हमारे शिया मुसलिम समुदाय तक नहीं पहुंच पाती क्योंकि हमारा समुदाय अल्पसंख्यक में अल्पसंख्यक है जिसकी वजह से हमें नज़र अंदाज किया जाता है।
मौलाना यासूब अब्बास साहब ने कहा कि आज कल हमारे मुल्क हिन्दुस्तान में आपसी भाईचारा और गंगा जमनी तहजीब को तोड़ने के लिए एक धर्म विशेष को निशाना बनाकर यह प्रयास निरन्तर किया जा रहा है। मेरी भारत सरकार से यह मांग है कि ऐसे अराजकतत्वों के खिलाफ कठोर और दण्डनीय कार्यवाही करें जो हमारे देश में नफरत फैला कर हमें टुकड़ों में बाटना चाहते हैं।
बैठक में वक्फ सम्पत्तियों से जुड़ी चिन्ताओं पर भी विस्तार से चर्चा हुई बोर्ड के सदस्यों ने देश भर में वक्फ सम्पत्तियों की सुरक्षा के लिए कानूनी संघर्ष जारी रखने के संकल्प को दोहराया। बैठक की अध्यक्षता करते हुए मौलाना सैयद साएम मेंहदी नक़वी ने केन्द्र सरकार से वक्फ़ संशोधन अधिनियम 2025 को वापस लेने की मांग की उन्होंने कहा कि यह अधिनियम मुसलमानों के धार्मिक और व्यक्तिगत मामलों में अनुचित हस्ताक्षेप है उन्होंने यह भी मांग की कि केन्द्र और राज्य सरकारें अपने अल्पसंख्यक कल्याण योजनाओं में शिया मुसलमानों को उनकी जनसंख्या के अनुपात में प्रतिनिधित्व और हिस्सा दें।
मौलाना एजाज़ अतहर ने हुसैनाबाद एण्ड अलाइड ट्रस्ट में व्याप्त भ्रष्टाचार पर चिन्ता व्यक्त करते हुए पारदर्शिता और जवाबदेही सुनिश्चित करने की मांग की। उन्होंने लखनऊ की एतिहासिक शिया धरोहर धार्मिक स्थलों बड़ा इमामबाड़ा, छोटा इमामबाड़ा, शाहनजफ, कर्बला मलका आफाक (गार वाली कर्बला) के संरक्षण और मरम्मत के लिए सरकार से तत्काल कदम उठाने की अपील की।
अन्त में बोर्ड ने कहा के शीघ्र ही आयोजित होने वाले बार्ड के वार्षिक अधिवेशन की तिथि व स्थान की घोषणा की जायेगी। जिसमें पूरे मुल्क के शिया समुदाय से सन्बन्धित महात्वपूर्ण मुददों पर विचार मिमर्श किया जाएगा और भविष्य की रणनीति तय की जायेगी।
बैठक में शामिल मौलाना सै. अनवर हुसैन रिज़वी, मौलाना जाफर अब्बास, मौलाना रज़ा अब्बास, मौलाना सै. फ़सी हैदर मुज़फ्फरनगर मौलाना सै. इन्तिज़ान हैदर, मौलाना सै. हसन नेहदी मारपुरी, मौलाना से. इसहाक रिज़वी, मौलाना डॉ. मोहम्मद रज़ा, मौलाना अली मियां, मौलाना गुलाम पंजेतन मुसय्यब, मौलना सै. मोहम्मद मुस्लिम, मोलाना सै. शरर नक़वी, मौलाना सै. तफसीर हसन रिज़वी, जनाब हुसैन मोहसिन जैदी, सीनियर साहाफी ज़हीर मुसतफा, जनाब हसन मेंहदी झब्बू, सिक्रेटरी, शिया हुसैनी फण्ड, प्रिन्स इकबाल मिर्जा ने एक मत हो कर वक्फ बोर्ड की सुरक्षा, हुसैनाबाद ट्रस्ट में फैल भ्रष्टाचार व उसके अधीन आने वाली इमारतों की सुरक्षा और मुल्क में गंगा जमनी तहजीब को तोड़ने वाले अराजकतत्वों के खिलाफ कठोर कार्यवाही करने की माग केन्द्र व प्रदेश सरकार से की।
बैठक का समापन इस संकल्प के साथ हुआ कि बोर्ड शिया समुदाय के अधिकारा, धार्मिक धरोहरों और समाजिक कल्याण के लिए अपने प्रयास जारी रखगा।