घोटाला सड़क और नाले के नाम पर सरोजनी नगर वार्ड द्वितीय
विधायक कोटे से बनी हुई सड़क और नाले का बद से बदतर हाल नहीं हुआ पूरा निर्माण कार्य
संवाददाता सज्जाद टाइम्स न्यूज़ लखनऊ
सरोजनीनगर। राजधानी लखनऊ के सरोजनी नगर वार्ड द्वितीय में एक बड़ा घोटाला सड़क और नाला निर्माण कार्य का सामने आया है। आर्थिक त्वरित योजना के अंतर्गत बदाली खेड़ा के समीप शहजाद बाग रोड पर भयानक पानी भरा हुआ है सड़क गड्ढे में तब्दीली हो चुकी है वही बगल में कब्रिस्तान में पानी काफी भरा हुआ ऐसे में यह भी समस्या उत्पन्न होती है 10000 मुस्लिम आबादी इसी क्षेत्र में है ऐसे में किसी के यहां दुखद मिट्टी हो जाती है तो ऐसे में आदमी कहां दफन आएगा वही क्षेत्रवासी बताते हैंहनुमान मंदिर होते हुए सीपेट इंजीनियरिंग कॉलेज तक 697 मी. सड़क व नाला का कार्य भाजपा विधायक सरोजनी नगर राजेश्वर सिंह के कर कमलों द्वारा 1 करोड़ 28 लाख 7 हज़ार की लागत से दिनांक 11/07/2023 को इसका उद्घाटन हुआ। यह रोड 697 मी. की जगह पर लगभग 400 मी. हनुमान मंदिर पर जाके समाप्त हो जाती है, और नाले की जगह पर पतली सी नाली बनाई गई, जिसका पत्थर बंधुआ तालाब के किनारे लगा हुआ है। इससे साफ-साफ विधायक की छवि खराब करने की कोशिश की जा रही है। आधे अधूरे कार्य का शिलान्यास करके उसका पत्थर लगा देने के बाद उसकी जांच के लिए ना ही विधायक के प्रतिनिधि और ना ही नगर निगम के किसी अधिकारी ने उसे दिखा। इससे यह पता चलता है कि सरकार द्वारा सड़क और नाले के निर्माण कार्य के लिए जो बजट पास किया जाता है उसका आधा अधूरा कार्य कर बड़ा बिल पास कर लिया जाता है और उस पर ना ही नगर निगम के अधिकारी और ना ही विधायक या उनके प्रतिनिधि द्वारा इसकी पुष्टि की जाती है कि यह कार्य जिस बजट में कराया गया है वह कार्य पूरा या अच्छी तरह से किया गया है कि नहीं जिस भी ठेकेदार के द्वारा यह कार्य कराया गया उसके खिलाफ तत्काल जांच करायी जाए। दिनांक 24/03/2025 को जिस तरह से हनुमान मंदिर के पास से लगभग 50 मी. तक नालियों का गन्दा पानी। रमजान के महीने में इतना ज्यादा गंदा पानी सड़क पर भरा हुआ है, जिसके कारण लोग ना मंदिर जा पा रहे हैं, ना मस्जिद, और 3 नं. बाजार जाने का यही एक रास्ता है और यह जलभराव सभासद के कार्यालय से मात्र 100 मी. की दूरी पर है।
नगर निगम जोन 5 के अधिकारी, कर्मचारी, व सुपरवाइजर बिल्कुल ध्यान नहीं दे रहे हैं। नगर आयुक्त इन्द्रजीत सिंह महापौर सुषमा खरक्वाल एक बार इस गंभीर समस्या को ध्यान में रखते हुए तत्काल इस पर कार्यवाही करें।