*उन्नाव: बकरी विवाद में दलित व्यक्ति की संदिग्ध मौत, परिजनों ने लगाया हत्या का आरोप, हाईवे पर रखा शव कर किया प्रदर्शन*
सीनियर रिपोटर राजेश कुमार सज्जाद टाइम्स न्यूज़ लखनऊ
जातिसूचक गालियों और जान से मारने की धमकी देने का भी आरोप, पुलिस ने समझा-बुझाकर हटवाया जाम
उन्नाव सोहरामऊ थाना क्षेत्र के नीमटीकर गांव में बकरी के विवाद ने हिंसक रूप ले लिया, जिसमें 50 वर्षीय रमेश चंद्र कोरी की मौत हो गई। मृतक के परिजनों ने इसे सुनियोजित हत्या बताते हुए शनिवार को शव को राजमार्ग पर रखकर प्रदर्शन किया। गुस्साए परिजनों ने हाईवे के दोनों ओर रास्ता अवरुद्ध कर दिया, जिससे आवागमन घंटों ठप रहा।
मृतक के बेटे पिंकू ने बताया कि 22 जनवरी की शाम करीब 4 बजे रमेश चंद्र गांव के ही निवासी शारुख की बकरी को छत से खदेड़ने गए थे। इसी बात पर शारुख, सलमान, असीफ खान और रहीश खान पुत्रगण कल्लू ने जातिसूचक गालियां देते हुए रमेश चंद्र के घर में घुसकर हमला किया। आरोप है कि उन्होंने रमेश चंद्र को छत से नीचे फेंक दिया, जिससे वह गंभीर रूप से घायल हो गए। बीच-बचाव करने पहुंची मृतक की पत्नी को भी पीटा गया और पूरे परिवार को जान से मारने की धमकी दी गई।
रमेश चंद्र को पहले न्यू मैक्स अस्पताल, कटी बगिया में भर्ती कराया गया, फिर हालत नाजुक होने पर लखनऊ स्थित पीजीआई रेफर किया गया, जहां 19 अप्रैल की रात करीब 1:30 बजे उनकी मृत्यु हो गई।
घटना के बाद आक्रोशित परिजनों ने शव को हाईवे पर रखकर न्याय की मांग को लेकर प्रदर्शन शुरू कर दिया। मौके पर पहुंची पुलिस ने काफी मशक्कत के बाद परिजनों को समझा-बुझाकर जाम खुलवाया और शव को कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया।
थाना प्रभारी शरद कुमार ने बताया कि घटना के संबंध में 24 जनवरी 2025 को मुकदमा दर्ज कर लिया गया था। सभी आरोपियों को गिरफ्तार कर जेल भेजा जा चुका है और 10 मार्च 2025 को न्यायालय में चार्जशीट दाखिल कर दी गई है। फिलहाल गांव में स्थिति शांतिपूर्ण बनी हुई है।
*नोट:* परिजनों ने घटना को जातीय हिंसा से जोड़ते हुए सख्त कार्रवाई की मांग की है। पुलिस का कहना है कि मामले की जांच पूरी निष्पक्षता के साथ की जा रही है।