उन्नाव के पुरवा के मदारी खेड़ा मे दहेज के लालचीयो ने अपनी ही बहु को उतारा मौत के घाट जिसकी दो बेटियां है ((1) 8 महीने की दूसरी (1) 3 साल की जिसमे सास ससुर देवर नन्द भी शामिल
राजेश कुमार सज्जाद टाइम्स लखनऊ
उत्तर प्रदेश उन्नाव से इस वक्त की बड़ी खबर जहां पर बात करी जाए की मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ का नर चलता हो की बेटी बचाओ बेटी पढ़ाओ वही उन्नाव थाना पुरवा के अंतर्गत अपनी बेटी का विवाह 6 वर्ष पहले मुकेश के साथ कर दी थी बताते चलें कि मुकेश एवं उनके घर वाले आए दिन दहेज के लिए पीड़ित किया करते थे जिसकी शिकायत प्रतिमा अपने पिता चंद्र प्रकाश से बताती थी चंद्र प्रकाश अपनी बेटी को यही समझते थे कि आज नहीं तो कल वह सुधर जाएंगे लेकिन यह सिलसिला कहीं पर रुकने को नहीं था वहीं पर आए दिन मुकेश आए दिन मारपीट किया करता था जिससे बताते चलें कि दिनांक 14/ 5 24 चंद्र प्रकाश को सूचना मिलती है कि आपकी बेटी को करंट लग गया है लेकिन षड्यंत्र तो कुछ और ही था जब उनके पिता उनके घर पर गए तो पता चला कि उनकी बेटी इस दुनिया पर नहीं है उन्होंने आनंद-फानन में 112 नंबर डायल कर पुलिस को सूचना दी मौके पर पुलिस पहुंची तो प्रतिमा मौत हो चुकी थी उन्हीं के घर वालों ने बताया की प्रतिमा फांसी लगाकर खुदकुशी कर ली है वहीं दूसरी तरफ पीड़ित पिता एवं उनके घर वालों ने जान से करने का आरोप लगाए कहा कि मेरी बेटी इतनी बहादुर थी की खुदकुशी कर ही नहीं सकती जिनकी तहरीर पूर व थाने में दी गई लेकिन पीड़ित पिता का कहना है 14 दिन बीत जाने के बाद पुलिस ने अपराधियों को गिरफ्तार नहीं किया है ना ही उन्हें जेल भेजा है जहां पर खुलकर पुलिस प्रशासन अपनी मनमानी कर रही है एक तरफ देख लिया जाए कि देश के प्रधानमंत्री का नारा चलता होमहिलाओं के सम्मान की बात या बेटी बचाओ बेटी पढ़ाओ की बात जहां पर यूपी के मुखिया मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ बात करते हो कि यदि अगर बेटियों को ऊपर उत्पीड़न अत्याचार होता तो उन्हें 24 घंटे के अंदर सलाखों के पीछे भेज दिया जाएगा लेकिन यह मामला उन्नाव क्षेत्र का है थाना पुरवा के अंतर्गत का है अभी तक पुलिस प्रशासन आखिर में चुप्पी क्यों स दहुए पीड़ित परिवार अपने न्याय अधिकार के लिए राजधानी लखनऊ जनता दरबार मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ से मिलने के लिए लखनऊ में दर-दर की ठोकर खा रहे हैं मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ से लगाई न्याय की गुहार