लखनऊ

 

लखनऊ। लखनऊ – कानपुर के बीच बनाई जा रही कानपुर एलिवेटेड रोड निर्माण कार्य में पीएनसी द्वारा बरती जा रही लापरवाही से सरोजनीनगर और बंथरा में कभी भी बड़ी दुर्घटना हो सकती है

मुमताज़ अहमद सज्जाद टाइम्स लखनऊ

। स्थिति यह है कि पिलर के ऊपर बीम ढलाई के लिए बांधी जा रही लोहे की जाल के नीचे मजबूत सुरक्षा न होने के कारण निर्माण कार्य के दौरान जाल की सरिया व एंगल नीचे से गुजर रहे वाहनों पर गिर सकते हैं। जिसकी चपेट में आकर वाहन सवार राहगीर चोटिल हो सकते हैं। बताते चलें कि लखनऊ – कानपुर के बीच पीएनसी कंपनी द्वारा एलिवेटेड रोड का निर्माण किया जा रहा है। इसमें सरोजनीनगर से बंथरा के बीच कानपुर रोड के डिवाइडर के बीचो-बीच थोड़ी-थोड़ी दूरी पर पिलरों की ढलाई की जा रही है। कुछ जगहों पर पिलरों की ढलाई का कार्य पूरा भी हो चुका है। इन पिलरों के दोनों तरफ करीब 10 – 10 फीट की दूरी पर टीन सेड की बेरीकेटिंग लगा दी गई है। इसके बाद जो रास्ता छूटा है, उसी से गाड़ियां निकल रही है। पिलर के ऊपर दोनों तरफ बीम की ढलाई का कार्य लगभग 20-20 फीट होना बताया जा रहा है। इस बीम के लिए जगह-जगह सरिया और लोहे के एंगल से पिलरों पर दोनों तरफ लोहे की जाल बनाई जा रही है। पिलर से दोनों तरफ करीब 20-20 फीट बाहर तक निकलने वाली बीम के नीचे से ही वाहन गुजर रहे हैं। करीब 20 फीट की ऊंचाई पर बीम के लिए बनाई जा रही जाल के नीचे कोई ऐसी व्यवस्था नहीं की गई है कि जाल बनाते समय अगर कोई लोहे की सरिया या एंगल नीचे गिरे तो उसे ऊपर ही रोका जा सके। ऐसे में जाल बनाने के दौरान लोहे की सरिया व एंगल नीचे से गुजर रहे वाहन या राहगीरों के ऊपर गिर सकता है। जो वाहन सवार राहगीरों के लिए बहुत बड़ा खतरा बना हुआ है।

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