गाजा में भीषण नरसंहार, इजराइली सेना के हवाई हमले में 50 फिलिस्तीनियों की मौत इजराइल और हमास में जंग जारी है।
रिपोटर अमन कुमार सोनू पाल सज्जाद टाइम्स लखनऊ
लखनऊ, हमास की ओर से दिए गए युद्ध विराम के प्रस्ताव को इजराइल ने नकार दिया। इसके बाद से लगातार खतरनाक हमले गाजा पर जारी हैं। ताजा घटनाक्रम में इजराइल के बंधक बचाव अभियान के दौरान हुए हवाई हमलों में कम से कम 50 फलस्तीनी मारे गए।दक्षिणी गाजा शहर रफह में अस्पताल के अधिकारियों ने यह जानकारी दी।अबू यूसुफ अल-नज्जर अस्पताल के निदेशक डॉ.मारवान अल-हम्स ने सोमवार को कहा कि मृतकों में महिलाएं और बच्चे शामिल हैं। एसोसिएटेड प्रेस के एक पत्रकार ने भी अस्पताल में शवों को लाए जाने की सूचना दी। इज़राइल की सेना ने कहा कि उसने छापेमारी के बाद क्षेत्र में हवाई हमले भी किए और वहां रखे गए दो बंधकों को मुक्त कराया। ससे पूर्व अभी दो दिन पहले ही दक्षिणी गाजा शहर में हमले बढ़ाने का संकल्प व्यक्त करने के बाद गाजा पट्टी के राफा में इजरायली हवाई हमलों में कम से कम 13 लोग मारे गए थे। अमेरिका के राष्ट्रपति जो बाइडन ने गाजा में इजरायल की सैन्य कार्रवाई को ‘अविश्वसनीय’ बताया था।अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडेन ने इजराइली हमलों पर कहा कि वह युद्ध में संघर्ष विराम के लिये इजराइल तथा हमास पर लगातार दबाव डालने का काम कर रहा है। बाइडेन ने बृहस्पतिवार शाम को खुफिया जानकारी को संभालने से संबंधित एक विशेष वकील की रिपोर्ट पर बयान देने के बाद संवाददाताओं से कहा,’जैसा कि आप जानते हैं, मेरा मानना है कि गाजा पट्टी में हो रही कार्रवाई चरम पर है।’गाजा पट्टी की आधी से अधिक आबादी राफा में आ गई है, जो मिस्र से लगता एक शहर है। इसकी ज्यादातर सीमा प्रतिबंधित है और मानवीय सहायता पहुंचाने के लिए मुख्य प्रवेश बिंदु है। मिस्र ने चेतावनी दी है कि यहां कोई भी जमीनी कार्रवाई या सीमा पार बड़े पैमाने पर विस्थापन की घटना इजरायल के साथ उसकी 40 साल पुरानी शांति संधि को कमजोर कर देगी।कुवैती अस्पताल के अनुसार, हमलों में दो महिलाओं और पांच बच्चों सहित कम से कम 13 लोग मारे गए। इजराइल के चार महीने से जारी हवाई और जमीनी हमलों में 27,000 से अधिक फिलिस्तीनी लोग मारे गए। इजराइल के हमलों ने अधिकांश लोगों को उनके घरों को छोड़ने के लिए मजबूर कर दिया। एपी की रिपोर्ट के अनुसार, स्वास्थ्य अधिकारियों का कहना है कि गाजा में हमास के खिलाफ इजरायल के युद्ध में 12,300 से अधिक फिलिस्तीनी नाबालिग मारे गए हैं।