पूर्व राज्यपाल एवं उत्तर प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री श्रद्धेय कल्याण सिंह की द्वितीय पुण्यतिथि की पूर्व संध्या पर लखनऊ स्थित सिटी मांटेसरी स्कूल में श्रद्धेय कल्याण सिंह सनातन सेवा स्मृति न्यास द्वारा श्रद्धांजलि सभा एवं एक दिवसीय राष्ट्रीय संगोष्ठी का आयोजन किया गया।
राजेश कुमार सोनू पाल सज्जाद टाइम्स लखनऊ
लखनऊ, पूर्व राज्पाल एवं उत्तर प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री श्रध्देय कल्याण सिंह की द्वितीय पुण्यतिथि की पूर्व संध्या पर लखनऊ माटेंसरी स्कूल में श्रद्धेय कल्याण सिंह सनातन सेवा स्मृति न्यास द्वारा श्रध्दांजलि एवं एक दिवसीय राष्ट्रीय सगोंषठी का आयोजन किया गया! जिसका शुभारंभ उत्तर प्रदेश के उपमुख्यमंत्री बृजेश पाठक, केबिनेट मंत्री और निषाद पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष संजय निषाद, अनादि पंचमुखी महादेव मंदिर, गुप्तारघाट के महंत आचार्य मिथिलेशनन्दिनीशरण जी, प्रदेश महामंत्री अमरपाल मौर्य, लखनऊ की पूर्व महापौर संयुक्ता भाटिया, सिंधी अकादमी के पूर्व उपाध्यक्ष नानक चंद्र लखमानी, पूर्व नगर अध्यक्ष राजेंद्र तिवारी ने दीप प्रज्वलित कर श्रद्धेय कल्याण सिंह जी के चित्र पर पुष्पार्चन कर प्रारम्भ किया। इस मौके पर श्रद्धेय कल्याण सिंह जी के जीवन चरित्र पर आधारित रोमांचित कर देने वाली एक लधु चल चित्र का प्रदर्शन भी किया गया, जिसकों देख रोमांचित हुए रामभक्तों द्वारा पूरा हॉल जय श्रीराम एवं कल्याण सिंह अमर रहे के नारों से गुंजामय हो उठा।वहीं लखनऊ की पूर्व महापौर संयुक्ता भाटिया ने आये हुए अतिथियों का स्वागत करते हुए कहा कि राजनीति में सत्ता का महात्याग कर अपना आदर्श प्रस्तुत करने वाले श्रद्धेय कल्याण सिंह जी भारतीय राजनीति में वह पुरोधा थे जिन्हें इतिहास कभी नही भूल सकता।पूर्व महापौर संयुक्ता भाटिया ने कहा कि *आज अगर अयोध्या जी में भव्य राम मंदिर बन रहा है तो उसमें नीव की ईट भगवान श्रीराम लला के परम् भक्त श्रद्धेय कल्याण सिंह जी की ही है।इस अवसर पर उपमुख्यमंत्री बृजेश पाठक ने कहा कि प्रदेश वासियो की ओर से श्रद्धेय बाबूजी को श्रद्धा सुमन अर्पित करता हूँ, वास्तव में बाबू जी ने पूरा जीवन उत्तर प्रदेश और भारत के लिए वंचितों और पीड़ितों की सेवा में लगाया थ। वह हमेशा जमीन की राजनीति से जुड़े रह।भव्य श्रीराम मंदिर भी उन्ही की देन है जो जनवरी 2024 में बन कर तैयार हो जाएगा।उत्तर प्रदेश के कैबिनेट मंत्री और निषाद पार्टी के अध्यक्ष संजय निषाद ने कहा कि भगवान श्रीराम और निषादराज एक दूसरे के पूरक है, निषाद के बिना रामकथा पूरी नही हो सकती है। कहते है जब जब धर्म की हानि होती है तब श्री राम को किसी न किसी रूप में आना पड़ता है।कल्याण सिंह जी ने अयोध्या के सबसे बड़े कलंक को मिटाने का कार्य कि या।जिस प्रकार से सतयुग में प्रभु श्रीराम ने निषाद राज को गले लगाया था उसी प्रकार से मोदीजी-योगीजी ने 2017 से मुझे गले लगाया है और आज मैं रामराज्य के लिए उनके साथ काम कर रहा हूं।इस मौके पर मुख्य वक्ता अनादि पंचमुखी महादेव मंदिर, गुप्तारघाट के महंत आचार् मिथिलेशनन्दिनीशरण जी ने कहा कि कल्याण सिंह ने संस्कृति और इतिहास का बड़ा कलंक को ढहाया था, हम सभी हिन्दू समाज को उसके प्रति कृतज्ञता अर्पित करनी चाहिए।कल्याण सिंह जी वह पहले व्यक्ति थे जिन्होंने आस्था को राजनीति के ऊपर रखा था।* स्वामी जी ने आगे कहा कि आज जो हम अनुकूल वातावरण भोग रहे है वह कल्याण सिंह की देन है। समस्त नेताओ को जनता की अपेक्षाओं पर खड़ा होना चाहिए न कि सत्ता बचाने के लिए और कल्याण सिंह जी ने इसे सार्थक कर के दिखाया। उन्होंने कलंक हटाने को कभी दुर्घटना नही कहा। वह कभी पछताये नही, यह कल्याण सिंह जी की ध्येय निष्ठा का ही परिणाम है। आज जब भगवान श्रीराम जी की प्राण प्रतिष्ठा होने जा रही है तो उनके नायक के रूप में हम कल्याण सिंह जी को देखते है। भविष्य में हम जब भी भव्य राम मंदिर में प्रभु राम का दर्शन करने अयोध्या जाएंगे तो दर्शन के पश्चात कल्याण सिंह जी का भी धन्यवाद देंगे। कल्याण सिंह जी श्रीराम मंदिर के नायक है।गुलामी का दंष हमेशा नाम परिवर्तन करने से समाप्त नही होता, कभी कभी फावड़ा और कुदाल भी चलाना पड़ता है, और यही काम कल्याण सिंह जी ने किया था।*
इस मौके पर उपमुख्यमंत्री बृजेश पाठक, केबिनेट मंत्री और निषाद पार्टी के अध्यक्ष संजय निषाद, श्री अयोध्या धाम से पधारे मिथलेशनन्दिनीशरण महाराजजी, भाजपा प्रदेश महामंत्री अमरपाल मौर्य, लखनऊ की पूर्व महापौर संयुक्ता भाटिया, सिंधी अकादमी के पूर्व उपाध्यक्ष नानक चंद्र लखमानी, श्रद्धेय कल्याण सिंह सनातन सेवा स्मृति न्यास के अध्यक्ष प्रशान्त भाटिया, महामंत्री प्रशान्त त्रिपाठी, भाजपा जिलाध्यक्ष श्रीकृष्ण लोधी, मध्य विधानसभा के उपविजेता रजनीश गुप्ता सहित श्रद्धेय कल्याण सिंह जी के साथ कार्य किये हुए सैकड़ो कार्यकर्ता एवं हज़ारों रामभक्त मौजूद रहे।