*सज्जाद टाइम्स न्यूज़*
*सिंगल यूज़ प्लास्टिक का उपयोग ना करें… डॉ.दिनेश चंद्र*
*14वीं किस्त आने से पहले सभी किसान अपना ईकेवाईसी करा लें*
*जिलाधिकारी ने ग्राम प्रधान को वृक्ष भेंट कर पौधारोपण करने के लिए किया प्रोत्साहित*
सहारनपुर जिलाधिकारी डा. दिनेेश चन्द्र द्वारा ग्राम पंचायत दौलतपुर उर्फ चापरचिडी में प्रधानमंत्री किसान सम्मान निधि के अन्तर्गत चल रहे विशेष अभियान का निरीक्षण किया। इसी के साथ यहां पर जिलाधिकारी द्वारा एक लाइब्रेरी का उदघाटन कर बालिकाओं और बालकों के लिए समर्पित की गई। यहां पर बच्चे उच्च शिक्षा हेतु तैयारी कर सकेंगे।
जिलाधिकारी ने कहा कि प्रत्येक किसान को लाभ मिल सके इसलिए जरूरी है कि इसके लिए रविवार को यहां फिर एक कैम्प किया जाएगा जिसमें और जो लोग बचे हैं वह भी अपने अभिलेख पूर्ण कर सकें। उन्होंने यह भी कहा कि ऐसे किसान जिनकों पी.एम. किसान सम्मान निधि योजना की किस्तें वर्तमान में मिल रही है वे भी अपनी ई.के.वाई.सी. करा लें, यदि कृषक के ई.के.वाई.सी. नहीं करायी जाती है तो ऐसे किसानों को आगामी किस्त का लाभ नहीं मिल पायेगा। अतः सभी किसानो को अवगत करायें कि वह अपना बेनेफिशसरी स्टेटस सी.एस.सी. सेन्टर पर जाकर चौक करा लें एवं अपनी ई.के.वाई.सी.करा लें, तथा राजस्व विभाग के माध्यम से अपनी भूमि का सत्यापन भी करा लें एवं बैंक या डाकघर के माध्यम से अपना आधार में लिंक अनिवार्य रूप से करा लें अन्यथा किसान उक्त योजना के लाभ से वंचित रह जाएंगे। साथ ही सभी अधिकारियों एवं कर्मचारियों को ई-के.वाई.सी. की प्रगति को बढाने हेतु निर्देश दिये।
उन्होने विश्व पर्यावरण दिवस के अवसर पर स्कूली बच्चों को पर्यावरण संरक्षण की शपथ दिलाई तथा सभी को प्रतिरोधक क्षमता वाले वृक्षों को लगाए जाने के लिए प्रोत्साहित किया। उन्होने कहा कि सघन एवं स्वास्थ्य सुरक्षा के दृष्टि से उपयोगी वृक्षों जैसे आंवला, नीम, सहजन, जामुन, करौंदा, कटहल का वृक्षारोपण किया जाए। इससे न केवल ऑक्सीजन उपलब्ध हो सकेगी बल्कि आंवला जैसे पेडों से विटामिन सी मिल सकेगी।
इस अवसर पर उन्होने एक वृक्ष देकर पौधारोपण करने के लिए प्रोत्साहित किया। उन्हेाने कहा कि सिंगल यूज प्लास्टिक का उपयोग न किया जाए ताकि आगे आने वाली पीढियां सुरक्षित रहें।
निरीक्षण के समय उप कृषि निदेशक डॉ. राकेश कुमार, जिला कृषि अधिकारी धीरज कुमार सिंह सहित कृषि एवं अन्य विभाग के अधिकारीगण एवं कर्मचारीगण उपस्थित थे।