गोरखपुर : चौथे दिन भी जारी रहा आईटी का छापा, बिल्डर शोभित मोहन दास के यहाँ पूरी हुई कार्यवाही

उत्तर प्रदेश गोरखपुर
गोरखपुर : गैलेंट ग्रुप के चेयरमैन चंद्र प्रकाश अग्रवाल और सहयोगी फर्म के कार्यालय व आवास पर आयकर की टीमों का सर्च आपरेशन शनिवार को भी जारी रहा। बिल्डर शोभित मोहन दास और बेतियाहाता स्थित गैलेंट ग्रुप के एमडी के रिश्तेदार के आवास से आयकर की टीमें दोपहर में निकल गई लेकिन गैलेंट के गीडा स्थित फैक्ट्री तथा आवास पर आयकर की टीमें खबर लिखे जाने तक मौजूद रहीं।
बुधवार से बंद चल रहे गीडा स्थित फैक्ट्री के गेट को शनिवार को खोल दिया गया। जिसके बाद ट्रकों की आवाजाही भी शुरू हो गई। स्क्रैप अनलोड हुआ और सरिया की लोडिंग भी हुई। फैक्ट्री में अब कुछ ही आयकर अधिकारी मौजूद हैं, जिससे माना जा रहा है कि सर्च आपरेशन देर रात या रविवार की सुबह तक पूरा हो जाएगा।
गीडा स्थित गैलेंट सरिया फैक्ट्री के एकाउंट विभाग में शनिवार को भी टीमों ने दस्तावेजों की जांच की। बुधवार को ही टीम ने एकाउंट विभाग के कर्मचारियों का मोबाइल कब्जे में ले रखा है। एकाउंट विभाग के कर्मचारियों पर पुलिस की निगरानी रही। दोपहर बाद फैक्ट्री से कुछ इनोआ गाड़ियां गोरखपुर की ओर निकलीं। माना जा रहा है ये गाड़ियां गैलेंट के बैंक रोड स्थित आफिस पर पहुंची और अधिकारियों ने एकाउंट से जुड़े दस्तावेजों का मिलान किया। आयकर की टीमें चंद्र प्रकाश अग्रवाल और उनके भाईयों के विकास नगर स्थित आवास पर मौजूद रहीं। यहां किसी को निकलने की इजाजत नहीं दी गई। दोपहर बाद आवास पर चार गाड़ियां और पहुंची। कुछ गाड़ियों पर गुजरात का नंबर था। गेट पर फारमल कपड़ों में पुलिस के जवानों की तैनाती रही। निजी गार्ड नहीं दिखे। आवास परिसर में 10-11 गाड़ियां खड़ी रहीं। आवाजाही न होने से सन्नाटा रहा।
मोबाईल से मिले कई अहम सुराग
बिल्डर व गैलेंट के रीयल स्टेट कारोबार में पार्टनर शोभित मोहन दास के मोबाइल से डेटा रिकवर करने में आयकर अधिकारियों को सफलता मिल गई है। बताया जा रहा है कि शोभित मोहन दास के मोबाईल में सारा डेटा डिलीट था जिसे टीम ने रिकवरी कर लिया,अब उसी आधार पर आगे की कार्यवाही की जाएगी। सूत्रों के मुताबिक डेटा रिकवर होने के बाद आयकर अधिकारियों को कई अहम जानकारियां हासिल हुई हैं, जिसमें गोरखपुर के भी कई कारोबारी शामिल हैं। आयकर रेड शुरू होने के दिन से ही शोभित मोहन दास लखनऊ में हैं।
कोड से चला सर्च आपरेशन
आयकर की टीमों ने आपरेशन काफी सतर्कता के साथ चलाया। दो से तीन अधिकारी ही पूरे सर्च आपरेशन को हैंडल किये। गोपनीयता का स्तर ये रहा कि टीमों को टैबलेट देकर भेजने के बाद एक कोड दिया जाता रहा। कोड का यूज कर आगे की कार्रवाई को लेकर सूचना मिलती रही। हर नये सर्च आपरेशन के लिए अलग कोड का उपयोग किया गया।
_दोपहर बाद शुरु हुई ट्रकों की आवाजाही_
शनिवार को पोहर बाद से ट्रकों की आवाजाही फैक्ट्री में शु डिग्री हो गई। जिसके बाद कुछ ट्रकों पर सरिया लोड किया गया है। स्क्रैप की भी अनलोडिंग की गई। आयकर अधिकारियों ने शनिवार की सुबह फैक्ट्री के बाहर खड़े ट्रकों को हटाकर कहीं और खड़ा करने को कहा था जिसके बाद वहां पर खड़े ट्रकों की संख्या कम हो गई थी।
जांच में बोगस निकली आधा दर्जन फर्में
पिपराइच के स्क्रैप कारोबारी की तलाश
गोरखपुर : आयकर अधिकारियों ने गैलेंट को स्क्रैप सप्लाई करने वाली फर्म के बारे में पूरी जानकारी ली। महानगर और आसपास के पते पर दिखाई गई फर्मो का सत्यापन भी कराया गया। सूत्रों के मुताबिक दिये गये पते पर लगभग आधा दर्जन फर्म का वजूद नहीं मिला है। माना जा रहा है कि ये फर्में बोगस हैं।
गैलेंट से स्क्रैप का कारोबार करने वाले पिपराइच के एक कारोबारी के ठिकाने पर भी टीम ने दस्तावेज खंगाला। स्क्रैप कारोबारी नहीं मिला। टीम ने उसके बेटे से पूछताछ की। अब स्क्रैप कारोबारी को तलाशा जा रहा है।
गैलेंट ग्रुप के सरिया डीलरों तथा आयरन स्क्रैप बेचने वालों से भी आयकर अधिकारियों ने पूछताछ की। अधिकारियों ने अंडरबिलिंग को लेकर कई सवाल पूछे। सभी को अपने-अपने मोबाइल फोन के साथ बुलाया गया था।
नोटिस जारी कर बुलाये गये डीलरों व स्क्रैप कारोबारियों सेबैंक रोड स्थित गैलेंट ग्रुप के आफिस में सभी से पूछताछ की गई। दो दिनों तक चली पूछताछ में अधिकारियों ने कई जानकारी हासिल की। जिनको बुलाया गया था उनको बताया गया था कि वे जिस फोन का उपयोग कर रहे हैं, उसको लेकर जरूर आएं। अगर किसी ने मोबाइल फोन बदला है तो पुराना मोबाइल फोन भी साथ लेकर आएं। कुछ व्यापारी कीपैड मोबाईल लेकर पहुंचे जिन्हें अधिकारियों ने जमकर लताड़ लगाई और पुराना मोबाईल मंगवाया।

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