हवन किया तो हाथ जल गए त्रिवेणी वस्त्र बैंक सम्पादक श्री रामा नंद सैनी यस यस डी पब्लिक स्कूल अली नगर सुनहरा लखनऊ
आठ साल पहले जरुरतमंदों को वस्त्र वितरित करने का काम मैंने त्रिवेणी वस्त्र बैंक की स्थापना करके शुरू किया था जो एक अक्टूबर 2023 तक अनवरत रूप से जारी था l एक तारीख को रविवार के दिन धर्मपत्नी मंजू सैनी और बेटा ईशांत सैनी के साथ कपडों से पूरी गाड़ी भरकर सुबह 7 बजे निकला था l दिन भर वस्त्र वितरण के बाद शाम को 6 बजे घर वापस आ रहा था कि तभी कानपुर रोड स्थित चुंगी मोड़ पर सीने के बायीं ओर अचानक तेज दर्द शुरू हो गई l मैं तेजी के साथ गाड़ी चलाने लगा l लेकिन दर्द की असहनीय पीड़ा के चलते रास्ते में ही अपने मित्र सुभाष चंद्र यादव के घर पर रुक गया l
उनके घर पर न होने से दूसरे मित्र ओ पी गुप्ता के घर किसी तरह गया l उन्होंने मेरी मर्ज की गंभीरता को देखते हुए अपने बेटे के साथ अपनी गाड़ी से अवध हॉस्पिटल में भर्ती करा दिया l जहाँ पर मुझे तत्काल 40000 रुपये जमा कर के आईसीयू में शिफ्ट कर दिया गया l दो दिन तक कोई फायदा न होते देख मेरी पत्नी ने पीजीआई में बहन नीमा पंत को फोन कर पूरी जानकारी दी l उन्होंने तत्काल डिस्चार्ज कराके अपने यहां बुला लिया l शाम को भर्ती हुआ और सुबह इंजिओग्राफी हो गई l तब से अब तक घर में आराम कर रहा हूं l दो माह होने को है, वस्त्र वितरण का काम ठप है ,जी ऊब रहा है लेकिन करें तो क्या करे l थोड़ा-सा काम करने पर दर्द शुरू हो जाती है ,इसलिए हिम्मत नहीं पड़ती है l इसी को कहते हैं कि हवन करते हुए हांथ जला लेना l