सामाजिक कार्यकर्ता कान्ति शरण निगम का सूबे के मुखिया से सीधा सवाल…
एडिटर राजेश कुमार सोनू पाल सज्जाद टाइम्स लखनऊ
क्या उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री माननीय श्री योगी आदित्यनाथ जी अपने प्रदेश वासियों के नाम ऐसा संदेश जारी करेंगे..
मैं अपने समस्त प्रदेश वासियों को ये वचन देता हूं कि हमारे प्रदेश में कानून व्यवस्था और सामाजिक शांति के लिए हम अपनी जनता को किसी भी राजनीतिक, अपराधिक, और सांप्रदायिक ताकतों के प्रभाव से पीड़ित नहीं होने देंगे।
यदि प्रदेश की जनता को हमारे राजनीतिक दल के नेता, कार्यकर्ता, या सहयोगी गण किसी भी अनैतिक कार्य से प्रताड़ित करेंगे तो पीड़ित को न्याय दिलाने और प्रदेश में सरकार की छवि को निष्कलंक रखने के लिए तत्काल प्रभाव से उक्त राजनीतिक व्यक्ति का पदभार समाप्त कर उन पर नियमानुसार कानूनी कार्रवाई की जाएगी।
ऐसी स्थिति में जब पीड़ित किसी राजनीतिक प्रभाव या दबंग व्यक्ति द्वारा प्रताड़ित किया गया हो और उसे स्थानीय थाना या प्रशासन में सूचना देने के बाद भी एफआईआर न दर्ज कर या शिकायत की जांच और कार्रवाई न करके पीड़ित को भगा देना, बहला देना या गुमराह करने जैसे मामलों में दरोगा, थानेदार, एसपी या जो भी शिकायतकर्ता से अभद्रता करेगा और उसकी सहायता नहीं करेगा उसे नौकरी से बर्खास्त किया जाएगा और उस पर भी पद का दुरूपर्योग करने, भ्रष्ट आचरण आदि के तहत मुकदमें दर्ज किए जायेंगे।
प्रदेश की जनता अपनी किसी भी समस्या या घटना पर जिसमें सत्ता पक्ष के किसी व्यक्ति की संलिप्तता हो और पीड़ित न्याय से वंचित है तो वो सीधे मुख्यमंत्री कार्यालय के गोपनीय नंबर जो 24×7 आम जनता के लिए उपलब्ध रहेगा, उस पर शिकायत करें। मैं उसे स्वयं निगरानी करूंगा
सामाजिक कार्यकर्ता कान्ति शरण निगम ने बताया कि सूबे के मुखिया से इस वचनबद्धता की मांग इसलिए की जा रही है क्योंकि हाल में बीते कुछ वर्षों और ताजा घाटी घटनाओं में प्रदेश के बड़े शहरों में सत्ता पक्ष और पुलिस विभाग से जुड़े तथाकथित भ्रष्ट लोगों के नाम चैनल और अखबार की खबरों में छाए हुए है। इन पर अंकुश तभी लगेगा जब मुखिया अपने प्रदेश की जनता के दिलों में सच्ची वचनबद्धता के साथ निष्पक्ष शासन देंगे, और मुझे माननीय योगी जी पर पूरा विश्वास है कि वे प्रदेश की जनता को राजनीतिक अपराधियों का शिकार नहीं बनने देंगे।