लखनऊ। बंथरा इलाके में रविवार रात एक अधेड़ पेट्रोल पंप मैनेजर ने दो अन्य पेट्रोल पंप कर्मियों के मानसिक उत्पीड़न से परेशान होकर घर के अंदर फांसी लगाकर आत्महत्या कर ली
मुमताज़ अहमद लखनऊ
। सूचना पाकर पहुंची पुलिस ने शव को कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया। पुलिस ने मृतक के घर में मिले सुसाइड नोट के आधार पर पेट्रोल पंप पर काम करने वाले दोनों कर्मचारियों के खिलाफ रिपोर्ट दर्ज कर उन्हें जेल भेज दिया है। बंथरा के खसरवारा गांव निवासी मुन्नीलाल रावत (50) उन्नाव जिले में सोहरामऊ थानान्तर्गत कानपुर रोड के भल्ला फार्म स्थित एचपी पेट्रोल पंप पर मैनेजर था। बताते हैं कि रविवार रात परिवार के लोग जब खाना खाकर सो गए। तभी मुन्नीलाल ने घर के अंदर बरामदे में पंखे के हुक से अपनी लुंगी के सहारे लटक कर आत्महत्या कर ली। सोमवार सुबह करीब 6 बजे जब उसकी भतीजी खुशी स्कूल जाने के लिए सो कर उठी, तो मुन्नीलाल का शव फांसी पर लटका देख उसकी चीख निकल गई। इसके बाद परिवार के लोगों को जानकारी हुई तो घर में कोहराम मच गया। चीख पुकार सुनकर मोहल्ले के लोग पहुंचे और पुलिस को घटना की जानकारी दी। सूचना पाकर पहुंची पुलिस ने छानबीन की तो मुन्नीलाल के घर से एक सुसाइड नोट बरामद हुआ। मृतक के परिजनों ने बताया कि यह सुसाइड नोट मुन्नीलाल ने खुद 26 अगस्त को बंथरा पोस्ट ऑफिस से अपने घर वालों को स्पीड पोस्ट किया था। लेकिन बताते हैं कि मुन्नीलाल इससे पहले भी सुसाइड करने का प्रयास कर चुका है। इसलिए परिजनों ने उस पर ज्यादा ध्यान नहीं दिया। घर में मिले सुसाइड नोट में मुन्नीलाल ने उसी पेट्रोल पंप पर मैनेजमेन्ट का काम देखने वाले हरिशंकर यादव और कैशियर संदीप यादव पर मानसिक उत्पीड़न करने की बात लिखने के साथ ही दोनों को अपनी मौत का जिम्मेदार ठहराया है। फिलहाल पुलिस ने सुसाइड नोट कब्जे में लेने के साथ ही उसके शव को पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया। वहीं पुलिस ने मुन्नीलाल के बेटे विनीत कुमार वर्मा की ओर से सुसाइड नोट के आधार पर हरिशंकर और संदीप के खिलाफ एससी-एसटी व धारा 306 के तहत मामला दर्ज करते हुए दोनों को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया है।