लखनऊ। बंथरा में रविवार को पुरानी रंजिश में आधा दर्जन दबंगों ने एक किसान के घर में घुसकर उसके परिजनों को लाठी डंडों और कुल्हाड़ी से मारपीट कर लहू लुहान कर दिया।
मुमताज़ अहमद लखनऊ
खून से लथपथ पीड़ितों की चीख पुकार सुनकर ग्रामीण दौड़े तो आरोपी जान से मारने की धमकी देते हुए वहां से भाग निकले। बाद में घटना की सूचना पुलिस को दी गई। पुलिस रिपोर्ट दर्ज कर जाँच पड़ताल कर रही है। उधर इस घटना में पीड़ित पक्ष के पांच लोग घायल हो गए। जिसमें से गंभीर घायल दो लोगों को एक निजी अस्पताल में भर्ती कराया गया है। बंथरा के किशुनपुर कौड़िया गांव निवासी किसान रमेश चंद द्विवेदी के मुताबिक रविवार सुबह वह अपने घर के दरवाजे पर बैठे थे। तभी करीब 8:30 बजे अचानक लाठी- डंडों और कुल्हाड़ी से लैस पहुंचे गांव के ही राकेश चंद शुक्ला, उसकी पत्नी माया, बेटा मोनू, दीपक व आदेश, संतोष चौरसिया और आदर्श (मोहित) ने रमेश चंद के साथ गाली गलौज करने के साथ ही उसकी लाठी डंडों से ताबड़तोड़ पिटाई शुरू कर दी। उसकी चीख पुकार सुनकर जब रमेश का बेटा विवेक, अरविंद, भतीजा उमेश और भाभी मीना बीच बचाव करने दौड़ी तो राकेश चन्द शुक्ला, उसकी पत्नी माया, दीपक और संतोष चौरसिया उन पर भी लाठी डंडों से टूट पड़े। जब पीड़ित अपने बचाव में घर के अंदर भागे तो आरोपियों ने घर के अंदर घुसकर उन्हें बुरी तरह मारा पीटा। दबंगों के हौसले इतने बुलंद थे कि उन्होंने घर के अंदर घुसकर जो जहां मिला वहीं पर लाठी डंडों और कुल्हाड़ी से हमला कर उन्हें लहूलुहान कर दिया। इस मारपीट में रमेश, उमेश और विवेक के सिर पर कुल्हाड़ी लगने से उनके सिर फट गए। जबकि अरविंद और मीना भी काफी चोटिल हो गई। बताते हैं कि जब ग्रामीण उनकी चीख पुकार सुनकर मौके पर पहुंचे तो आरोपी पीड़ितों को गांव छोड़कर चले जाने सहित जान से मारने की धमकी देते हुए भाग निकले। इस बीच आरोपी माया ने गांव छोड़कर ना जाने पर दुराचार जैसे फर्जी मुकदमे में फंसने की धमकी भी दी। बाद में सभी को लहू लुहान देख ग्रामीणों ने इसकी सूचना पुलिस कंट्रोल रूम को देने के साथ ही सभी घायलों को थाने पहुंचाया। जहां से प्राथमिक उपचार के लिए सरोजनीनगर सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र भेज दिया गया। लेकिन उमेश और विवेक की हालत अधिक गंभीर होने के कारण उन्हें बंथरा स्थित एक निजी अस्पताल में भर्ती कराया गया है। जहां उनका इलाज जारी है। वहीं इस मामले में बंथरा पुलिस ने सभी आरोपियों के खिलाफ मामला दर्ज कर जाँच पड़ताल शुरू कर दी है।
इनसेट
पीड़ित रमेश चंद द्विवेदी के मुताबिक गांव में ही चारागाह की जमीन पर उनके पूर्वजों द्वारा वर्षों पहले एक मंदिर और ठाकुरद्वारा बनवाया गया था। इस मंदिर और ठाकुरद्वारा में माया देवी और उसका पति राकेश चंद शुक्ला अवैध रूप से कब्जा कर अपना मकान बनाना चाहते हैं। इसको लेकर माया देवी द्वारा मंदिर का कुछ हिस्सा गिराकर उस पर काफी दिनों से अपना घर बनाने के लिए अवैध निर्माण किया जा रहा है। जिसका रमेश चंद द्विवेदी के भाई राकेश द्विवेदी विरोध कर रहे हैं। राकेश द्विवेदी द्वारा कई बार एसडीएम से लेकर जिला अधिकारी सहित अन्य उच्चाधिकारियों से शिकायत की जा चुकी है। राकेश द्विवेदी का कहना है कि उनकी इस शिकायत पर मंदिर और ठाकुरद्वारा को कब्जा मुक्त कराने के आदेश भी हो चुके हैं। इसी आदेश से भड़के विरोधियों ने आज यह घटना अंजाम दी है।