अपनी मांगों को लेकर तदर्थ शिक्षक दे रहे धरना, राजधानी के माध्यमिक शिक्षा निदेशालय में धरना का 15वां दिन
संवाददाता राजेश कुमार सज्जाद टाइम्स लखनऊ
लखनऊ। माध्यमिक शिक्षा निदेशालय पर माध्यमिक तदर्थ शिक्षक संघर्ष समिति का धरना /याचना 18/12/2024 से अनवरत चल रहा है 15 वहां दिन है आज संघर्ष समिति के प्रांतीय संयोजक/ अध्यक्ष राजमणि सिंह ने कहा की समस्त पदाधिकारी सहित लगभग 36 जनपदों से आते है तदर्थ शिक्षकों का याचना कार्यक्रम अनवरत चल रहा है अपने। वेतन और सेवा सुरक्षा को लेकर विगत 3 साल से लगातार आंदोलनरत है परंतु सरकार को अधिकारियों के द्वारा गुमराह करने के कारण हम सभी की सेवाएं समाप्त ही कर देना चाहती है यह बड़ा दुर्भाग्य है की हिंदुओ की लगातार उत्थान का दावा करने वाली सरकार आज अपने ही भारतीय जनता पार्टी के लिए जीवन भर संघर्ष करने वाले ब्राह्मण और क्षत्रिय जो तदर्थ शिक्षक हैं तदर्थ को जबरदस्ती अधिकारियों के गुमराह करने के कारण बाहर करने का प्रयास कर रही हैं। तदर्थ शिक्षक के लगभग 300 रिट में सुप्रीम कोर्ट के 8300 /2016 संजय सिंह आदि का जिक्र करते हुए वेतन देने का आदेश हुआ है।परंतु सरकार हमको मिटाने के लिए सरकार विशेष अपील में जाने को तैयार है लगौटा बांध कर तैयार है।ऐसी जुल्मी सरकार नहीं देखी आज सुप्रीम कोर्ट और उच्च न्यायलय के आदेश को भी मानने को तैयार नहीं है जो की बहुत दुर्भाग्यपूर्ण है माध्यमिक शिक्षा चयन बोर्ड का गठन हुआ है लगभग कई वर्ष बीत गया आज तक कोई कार्य प्रारंभ नहीं किया यह याचना कार्यक्रम विभिन्न रिटों में लगभग 300 शिक्षकों को वेतन देने का आदेश दिया है लखनऊ/ इलाहाबाद हाई कोर्ट के विद्वान न्यायाधीश द्वारा सुप्रीम कोर्ट के ऑर्डर 8300 /2016 संजय सिंह को मेंशन करते हुए विभिन्न रिट में विद्वान न्यायाधीशों ने 2000 के बाद तदर्थ शिक्षकों को वेतन भुगतान करने का आदेश डीआईओएस को दिया है और कंटेंप्ट भी हुए है जिसमें डीआईओएस भी उच्च न्यायालय में उपस्थित हो रहे है सरकार ने जो शासनादेश 9/11/23 को जारी किया था 1993 से लेकर आज तक के सभी तदर्थ की सेवाएं समाप्त कर मानदेय देने का आदेश निर्गत किया था।जिसको उच्चन्यायालय ने स्थगित करते हुए वेतन निर्गत करने को कहा है परंतु आज तक सरकार के कान पर जूं नहीं रेंग रही है और आज सरकार जब शासनादेश 9 /11 /23 के तहत सभी तदर्थ शिक्षक एक श्रेणी में आते हैं और सब पर आदेश लागू होना चाहिए तो फिर क्यों 2000 के लोगों को वेतन दिया जा रहा है और उसके बाद के तदर्थ शिक्षकों को नहीं पर दोहरा चरित्र अपना कर उन सभी का वेतन अभी तक अवरूध है जबकि सुप्रीम कोर्ट में सरकार 2000 के बाद के तदर्थ के संबंध में काउंटर दाखिल किया था उसमें भी 1993 से लेकर आज तक के सभी तदर्थ को एक श्रेणी में माना था दो सूत्रीय मांगों के साथ शिक्षा निदेशालय पर माध्यमिक तदर्थ संघर्षसमिति के प्रदेशीय महामंत्री प्रभात कुमार त्रिपाठी धरना दे रहे।प्रदेश के समस्त तदर्थ शिक्षक साथियों की तरफ़ से कहा कि जब तक हमारी मांगे पूरी नहीं होगी तब तक याचना कार्यक्रम चलता रहेगा। सुशील शुक्ला उपाध्यक्ष दिलीप सिंह राहुल सिंह सुल्तानपुर सूर्य प्रताप सिंह सूर्यबली यादव प्रेम शंकर मिश्र प्रतापगढ़ अंजनी बाजपेई लखनऊ रंजना सिंह सुल्तानपुर विनोद मिश्रा शैलेन्द्र सिंह रायबरेली आदि साथियों ने अपने विचार व्यक्त किए।लगभग 400 शिक्षक निदेशालय पर आज धरना दे रहे हैं एक बार पुनः प्रदेश के महामंत्री प्रभात त्रिपाठी ने उत्तर प्रदेश सरकार से यह मांग की है कि हम सभी तदर्थो की विषम परिस्थितियों को देखते हुए माननीय मुख्यमंत्री जी अपनी कृपा से हम सभी का उद्धार कराए जिससे हमारे बच्चों की परवरीश हो सके बुजुर्ग मां-बाप की गंभीर बीमारियां हो गई है उनकी दवाइयां चल सके और अपना जीवीकोपार्जन पुनः उसी ढंग से अध्यापन कार्य कर सके।याचना कार्यक्रम का संचालन राजेश पांडे कोषाध्यक्ष ने किया।