विद्यालयों के खुलने व छुट्टी होने के समय सड़को पर लगने वाले जाम की समस्या के निराकरण के उद्देश्य से प्रमुख विद्यालयों के ट्रैफिक नोडलो के साथ ज़िलाधिकारी द्वारा बुलाई गई महत्वपूर्ण बैठक*

उत्तर प्रदेश

 

*सभी विद्यालय अपने अपने विद्यालयों में एक-एक ट्रैफिक नोडल नामित करते हुए कराए ट्रैफिक कंट्रोल रूम की स्थापना*

 

*ट्रैफिक कंट्रोल रूम से नामित नोडल करे यातायात व्यवस्था व जाम की मॉनिटरिंग, कन्द्रीकृत एनाउंसमेंट सिस्टम द्वारा जाम लगाने वालों को करे निर्देशित*

 

*समस्त विद्यालय अपने पूल्ड वाहनों, स्टाफ वाहनों व अभिभावकों के वाहनों को परिसर के अंदर कराए पार्क*

 

*विद्यालयों के बाहर बिना ड्राइवरों के खड़े वाहनों पर होगी कार्यवाही, चालान चस्पा करते हुए आर0सी0 जब्त करने की होगी कार्यवाही*

 

*प्रातः विद्यालय प्रारम्भ होने से 1 घंटा पहले विद्यालयों को एंट्री शुरू करने के दिये निर्देश*

 

*ज़िलाधिकारी के कड़े निर्देश जिन विद्यालयों के पास अभिभावकों की गाड़ियां परिसर में पार्क करने की व्यवस्था नही होगी, ऐसे विद्यालयों की मान्यता के लिए आई NOC को खारिज करने किया जाएगा विचार*

 

2 अप्रैल 2023 लखनऊ।

विद्यालयों के खुलने व छुट्टी होने के समय सड़को पर लगने वाले जाम की समस्या के निराकरण के सम्बंध में आज ज़िलाधिकारी श्री सूर्य पाल गंगवार द्वारा कलेक्ट्रेट स्थित NIC सेंटर में विद्यालयों के ट्रैफिक नोडल अधिकारियों के साथ एक महत्वपूर्ण बैठक आहूत की गई। आज की बैठक से पूर्व ज़िलाधिकारी द्वारा वीडियो कांफ्रेंसिंग के द्वारा समस्त विद्यालयों को निर्देश दिए गए थे कि ट्रैफिक व्यवस्था के सुचारू रूप से संचालन के लिए मास्टर प्लान उपलब्ध कराते हुए उसका अनुपालन कराना सुनिश्चित कराया जाए, परन्तु विद्यालयों द्वारा मास्टर प्लान तो उपलब्ध कराए गए परन्तु उसका अनुपालन किसी भी विद्यालय द्वारा सुनिश्चित नही कराया गया। जिसके लिए आज ज़िलाधिकारी द्वारा 10 प्रमुख विद्यालय जिनके बाहर अत्यधिक यातायात बाधित रहता है उनको ट्रैफिक व्यवस्था को सुदृढ़ करने के लिए किए जा रहे उपायों का प्रेजेंटेशन देने के लिए बुलाया गया।

 

प्रेजेंटेशन के क्रम में जयपुरिया द्वारा बताया गया कि उनके विद्यालय के बाहर प्रातः 7:20 से 7:30 बजे कुल 10 मिनट अत्यधिक जाम लगता है और अपराह्न 2 बजे से 2:30 बजे कुल 30 मिनट अत्यधिक जाम लगता है। विद्यालय में 3 गेट है प्रत्येक गेट पर एक एक नोडल और स्पोर्टिंग स्टाफ की ड्यूटी लगाई गई है। स्कूल बस व अभिभावकों की गाड़ियां परिसर के अंदर खड़ी कराई जाती है एव क्लास 1-4 तक कि वैन का डिस्पर्स विद्यालय के अंदर से किया जाता है। क्राइश चर्च विद्यालय की प्रेजेंटेशन से ज्ञात हुआ कि विद्यालय के अंदर प्रयाप्त जगह होने के बाद भी वाहन बाहर पार्क किये जाते है। जिसके लिए निर्देश दिए गए कि समस्त वाहनों को विद्यालय परिसर के अंदर पार्क करना सुनिश्चित किया जाए। सेंट फ्रांसिस की प्रेजेंटेशन में ज्ञात हुआ कि स्टाफ के वाहन तो विद्यालय के अंदर पार्क किये जाते है परंतु वैन बाहर खड़े किए जाते है जिसके लिए कड़े निर्देश दिए गए कि स्टाफ के वाहन, पूल्ड वाहन, अभिभावकों के वाहन व वैन इत्यादि परिसर के अंदर पार्क की जाए। सी0एम0एस0 द्वारा बताया गया कि उनके विद्यालय में लगभग 1735 प्राईवेट वाहन आते है। परिसर के अंदर पार्किंग के लिए कोई प्लेस नही है। जिसके लिए ज़िलाधिकारी द्वारा निर्देश दिए गए कि विद्यालय द्वारा नियर बाई पार्किंग प्लेस की व्यवस्था को सुनिश्चित किया जाए या विद्यालय अभिभावकों को स्कूल बस से अपने बच्चों को भेजने के लिए प्रेरित करे।

 

बैठक में जिलाधिकारी द्वारा विद्यालयों से क्रमवार उनकी कार्य योजना पर चर्चा करने के पश्चात सर्वप्रथम यह निर्देश प्रदान किया गया कि ट्रैफिक की व्यवस्था हेतु एक नोडल अधिकारी की तैनाती की जाय। इसके साथ ही साथ विद्यालय के समस्त गेट एवं सडक पर ट्रैफिक की व्यवस्था हेतु पर्याप्त सुरक्षा कर्मियों की तैनाती की जाय। यदि सुरक्षा कर्मी प्रशिक्षित नहीं है तो उनकी सूची उपलब्ध करायी जाय जिससे उनका पुलिस विभाग से प्रशिक्षण कराया जा सके।

 

उक्त के साथ ही विद्यालयों से यह अपेक्षा की गयी कि वह विद्यालयों में नामांकित कुल छात्र/छात्राओं के विद्यालय आने जाने के साधनों का विवरण तैयार कर लें। विवरण में यह तैयार किया जाये कि कितने बच्चे बस/वैन से, कितने बच्चे साइकिल से अथवा मैट्रों से, कितने बच्चे पूल वाहन से, कितने बच्चे निजी वाहनों से ड्राइवर के साथ किसी एक अभिभावक के संग एवं कितने बच्चे ऐसे निजी वाहनों से आते हैं जिसे केवल ड्राइवर अथवा अभिभावक ही लेकर आते हैं।

 

उक्त के साथ यह भी निर्देश दिये गये हैं कि प्रत्येक विद्यालय में केन्द्रीयकृत एनाउन्समेन्ट सिस्टम लगाया जाय तथा एक ट्रैफिक कंट्रोल रूम/कार्यालय स्थापना की जाय जिसमें विद्यालय के समस्त गेट एवं आवागमन के समस्त बाहरी सड़कों को सी0सी0टी0वी0 के माध्यम से देखा जा सके। विद्यालय में नामांकित समस्त बच्चों के विद्यालय आने-जाने के साधनों का कम्प्यूटरीकृत विवरण रखा जाय जिससे यदि कोई वाहन सड़क पर निर्देश के विपरीत खडा पाया जाता है तो तत्काल उसके अभिभावक को दूरभाष से सूचित किया जा सके। फोन करने के लिए अलग से कर्मियों की तैनाती की जाय।

 

ज़िलाधिकारी द्वारा निर्देश दिया गया कि विद्यालय में उपलब्ध पार्किंग स्थल में ही विद्यालय कर्मियों के साथ-साथ अभिभावकों के वाहन भी खड़े कराये जाय। विद्यालय के बाहर बिना ड्राइवर के गाड़ी खड़ी न की जाय। विद्यालय के बाहर बिना ड्राइवर के वाहन खडी पाये जाने पर ट्रैफिक पुलिस द्वारा उसका नियमानुसार चालान किया जायेगा एवं वाहन की आर0सी0 भी जब्त की जा सकती है। जिन विद्यालयों के प्रागण में पार्किंग स्थल उपलब्ध नहीं है उन्हें यह निर्देश प्रदान किये गये कि वह विद्यालय के निकट किसी स्थान को चिन्हित कर उसे पार्किंग स्थल के रूप में प्रयोग करने की कार्यवाही शीघ्र कराये। विद्यालयों को यह भी निर्देश प्रदान किये गये कि वे ऐसी सुरक्षा की व्यवस्था विकसित करे जिससे ज्यादा से ज्यादा बच्चे पुल्ड वाहनों से विद्यालय आने के लिए प्रेरित हो। इसके लिए बसों/वैनों में कैमरे एवं अन्य सुरक्षात्मक तकनीकी साधनों का प्रयोग किया जाये।

 

बैठक में यह संज्ञान में लाया गया है कि विद्यालय में बच्चों का प्रवेश 15 मिनट पूर्व कराया जाता है। इस सम्बन्ध में विद्यालयों को निर्देशित किया गया कि विद्यालय प्रारम्भ होने के एक घन्टे पूर्व से बच्चों को प्रवेश की सुविधा प्रदान की जाय जिससे विद्यालय के बाहर एक साथ अभिभावकों का जमावडा न हो और न ही जाम की स्थिति उत्पन्न हो।

 

बैठक में उपस्थित लॉरेटो कान्वेन्ट स्कूल, लखनऊ के प्रतिनिधि द्वारा कोई भी सम्यक जानकारी उपलब्ध न करायी जाने पर उन्हे कडी फटकार लगायी गयी एवं निर्देशित किया गया कि समूचित कार्य योजना के साथ भिज्ञ व्यक्ति को ही बैठक में भेजा जाय। लखनऊ पब्लिक स्कूल राजाजीपुरम, लखनऊ के प्रतिनिधि द्वारा अवगत कराया गया कि उनके प्रांगण में पर्याप्त स्थल उपलब्ध है परन्तु वाहन सडक पर ही खडे कराये जाते हैं। उनको निर्देशित किया गया कि भविष्य में वाहन बाहर सडक पर खड़े नही होने चाहिए। सेठ एम0आर जयपुरिया स्कूल गोमतीनगर के प्रतिनिधि को कठोर चेतावनी के साथ निर्देशित किया गया कि अभिभावको के वाहन भी परिसर के अन्दर ही खड़े कराये जाये अन्यथा विद्यालय कि एन0ओ0सी0 वापस लेने के सम्बन्ध में नियमानुसार कार्यवाही की जायेगी। सेन्ट फ्रांसिस कालेज, हजरतगंज, लखनऊ एवं क्राइस्ट चर्च कालेज, हजरतगंज, लखनऊ द्वारा अपने विद्यालय के परिसर के अन्दर ही अभिभावको के वाहनों को भी पार्क करने हेतु सहमति प्रदान की गयी।

 

उपरोक्त के अतिरिक्त जिलाधिकारी लखनऊ द्वारा उपस्थित सभी विद्यालयों के प्रतिनिधियों को निर्देशित किया गया कि अपने-अपने विद्यालयों के अभिभावकों को भी जागरूक एवं निर्देशों से अवगत कराया जाए।

इस निर्देश के साथ बैठक समाप्त की गयी कि समस्त विद्यालय दिनांक 03.04.2023 दिन सोमवार से ट्रैफिक के सम्बन्ध में बैठक में दिये गये निर्देशानुसार क्रियान्वयन सुनिश्चित करेंगे।

चूंकि विद्यालयों द्वारा समुचित कार्ययोजना प्रस्तुत नहीं की गयी अतः यह निर्देश प्रदान किये गये आज उपस्थित समस्त विद्यालयों की पुनः दिनांक 03.04.2023 को सायं 6ः00 बजे कलैक्ट्रेट के एन0आई0सी0 कक्ष में बैठक होगी जिसमें विद्यालय के जिम्मेवार व्यक्ति अथवा स्वंय प्रधानाचार्य/प्रबन्धक उपस्थित होगंे। उक्त बैठक में विद्यालय के प्रतिनिधि अपने-अपने विद्यालयों के खुलने और बन्द होने के समय की समस्त गेट एवं सडकों की विडियो ग्राफी, ट्रैफिक कार्य योजना (पावर प्वांइट प्रेजेन्टेशन) एवं पूरे परिसर की ड्रोन कैमरा से फोटो ग्राफी के साथ उपस्थित होंगे।

 

बैठक में सहायक पुलिस आयुक्त ट्रैफिक, जिला विद्यालय निरीक्षक, लखनऊ, सह जिला विद्यालय निरीक्षक, एवं विद्यालयों में से लोरेटो कान्वेट लखनऊ, ला मार्टिनियर गर्ल्स इ0का0, लखनऊ, सेन्ट फ्रांसिस हजरतगंज, कैथेड्रल सीनियर सेकेण्डरी स्कूल, लखनऊ, सेठ एम आर जयपुरिया गोमती नगर, लखनऊ क्राइस्ट चर्च कालेज, लखनऊ, सिटी मान्टेसरी स्कूल, लखनऊ एवं लखनऊ पब्लिक स्कूल राजाजीपुरम/गोमतीनगर/वृन्दावन, लखनऊ के प्रतिनिधि उपस्थित रहें।

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