यौमे सज्जाद के मौके पर हुसैनी लहू देश के लिए ब्लड डोनेशन मेडिकल आई कैंप

उत्तर प्रदेश

जमाल मिर्ज़ा

सज्जाद टाइम्स न्यूज़

लखनऊ में यौमे सज्जाद के मौके पर हुसैनी लहू देश के लिए ब्लड डोनेशन मेडिकल आई कैंप का आयोजन,मौलाना कल्बे जवाद ने कार्यक्रम का नजर करके किया शुभारंभ,महंत दिव्यागिरी,मौलाना हसनैन बाकरी,मौलाना कल्बे सिब्तैन नूरी,समेत प्रदेश की कई हस्तियों ने किया शिरकत,रक्षामंत्री राजनाथ सिंह ने भेजा पैगाम दिया दुआए

अंजुमन सज्जादिया के जेरे एहतमाम किंग जार्ज मेडिकल कॉलेज के ब्लड विभाग,गोयल आयुर्वेदिक मेडिकल कॉलेज,हयात यूनानी मेडिकल कॉलेज ,अंबर फाउंडेशन की टीम ने संभाली जिम्मेदारी

लखनऊ:चौथे इमाम हजरत इमाम ज़ैनुल आबेदीन अलैहिस्सलाम की शहादत की पुण्यतिथि पर भारत की सरजमी के सबसे बड़े सूबे उत्तर प्रदेश की राजधानी लखनऊ में मजलिसो मातमो के साथ गम इंसानियत की सेवा मिशन के रूप मानने के लिए मेडिकल आई कैंप और हुसैनी लहू देश के लिए ब्लड डोनेशन कैंप का आयोजन अंबर फाऊंडेशन के वफा अब्बास के जरिए सज्जादबाग में किया जिसका शुभारंभ सैयद अलहाज यूसुफ अब्बास रिजवी नगरामी के हुसैनिया में भारत की सुप्रीम रिलीजियस अथारिटी आफताबे शरीयत मौलाना कल्बे जवाद नकवी ने नजरो नियाज़ से किया ।
इस मौके पर ब्लड देने वालो की हौसला अफजाई करने वालो में मकामेश्वर मंदिर की महंत गिरी,मौलाना हसनैन बाकरी , पद्म भूषण हकीमे उम्मत मौलाना डॉक्टर कल्बे सादिक साहब के पुत्र मौलाना कल्बे सिब्तैन नूरी साहब,फखरुद्दीन अली अहमद कमेटी के चेयरमैन तुरज जैदी , अमील शमसी के अलावा बड़ी संख्या में लोगो ने शिरकत की।

मौलाना कल्बे जवाद ने कहा इस तरह के पुण्यतिथि पर कार्यक्रम शहीदों को श्रद्धा सुमन अर्पित करने के लिए इंसानियत की सेवा करने के जज्बे का सरहनीय कार्य जो देश के लिए और देशवासियों की सेवा करने का जरिया बनते है।

इमाम ज़ैनुल आबेदीन अलैहिस्सलाम की शहादत की बरसी पर शहीदाने करबला को श्रद्धा सुमन अर्पित करने का एक नया और अनोखा काम सज्जाद बाग के रहने वालो ने किया।

मालूम हो हजरत इमाम हुसैन ने भारत आने की ख्वाहिश की थी कहा था भारत में हमदर्द नेक और इंसानियत पसंद लोग रहते है,

मौलाना हसनैन बाक़री साहब ने कहा
आज इंसानियत की सेवा के लिए लगने वाले कैंप की टीम के लोगो खासकर अंबर फाउंडेशन और अंजुमन सज्जादिया के नौजवानों के जज्बे को लोग सलाम कर दुआए दे कर ऐसे ही नेक काम के जज्बे को हौसला दे रहे है।

करबला की घटना के बाद करबला आन्दोलन को लोगों तक पहुंचाने में इमाम ज़ैनुल आबेदीन अलैहिस्सलाम ने बहुत ही महत्वपूर्ण भूमिका निभाई थी।

कर्बला की घटना के बाद वे 34 वर्षों तक जीवित रहे। इस अवधि में उन्होंने इमामत की ज़िम्मेदारी संभाली और विभिन्न मार्गों से अत्याचार व अज्ञानता के प्रतीकों से मुक़ाबला किया।

इमाम सज्जाद को, जिन्हें ज़ैनुल आबेदीन के नाम से भी जाना जाता है, वर्ष 95 हिजरी में तत्कालीन उमवी शासक वलीद इब्ने अब्दुल मलिक के आदेश पर एक षड्यंत्र द्वारा ज़हर देकर शहीद कर दिया था।

आपको बता दे सांसद लखनऊ एवं रक्षा मंत्री भारत सरकार राजनाथ सिंह की प्रेरणा से अम्बर फाउंडेशन के फाउंडर मिस्टर यूपी रहे वफा अब्बास ने 25 हजार लोगों की निःशुल्क नेत्र जांच, दवा, चश्मा एवं मोतियाबिन्द के ऑपरेशन का अभियान अम्बर फाउंडेशन के तत्वावधान में संचालित हो रहा है और पूरे शहर में मेडिकल और आई कैम्प लगाए जायेंगे।

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