*निधि बढ़ाने का दबाव बनाने वाले सपा के दो पार्षदों ने बीच मे ही छोड़ी बैठक*

उत्तर प्रदेश लखनऊ

*सकुशल सम्पन्न हुई पुनरक्षित बजट 2023-24 कार्यकारिणी की बैठक, कई प्रस्तावों को मिली स्वीकृति*
*जमाल मिर्ज़ा*
*सज्जाद टाइम्स न्यूज़*

लखनऊ नगर निगम का वर्ष 2023-24 का पुनरीक्षित बजट की कार्यकारिणी की बैठक आज दिनांक 20.10.2023 को नगर निगम मुख्यालय स्थित नवीन सभागार कक्ष में मा. महापौर श्रीमती सुषमा खर्कवाल की अध्यक्षता में समस्त कार्यकारिणी सदस्यों, समस्त अपर नगर आयुक्त एवं नगर निगम के सभी अधिकारियों की उपस्थिति में सम्पन्न हुई।बैठक में नगर आयुक्त श्री इंद्रजीत सिंह जी के द्वारा आय/प्राप्तियां रु. 209159.00 लाख एवं व्यय रु. 209107.05 लाख के विवरण के साथ पुनरीक्षित बजट वर्ष 2023-24 प्रस्तुत किया गया।

आय पक्ष
राजस्व लेखा : प्रस्तुत पुनरीक्षित बजट में नगर निगम लखनऊ द्वारा कोई नया कर आरोपित नहीं किया गया है। बजट के आय पक्ष में विभिन्न स्रोतों से प्राप्त होने वाली संकलित की जाने वाली आय जिसमें प्रमुख रूप से कर-करेत्तर सम्मिलित है, उसे पुनरीक्षित वजट 2023-24 में आय रू. 147959.00 लाख रुपये चौदह अरब उन्यासी करोड उत्सठ लाख) प्रस्तावित किया गया।

पूँजी लेखा : पूँजी लेखा के अन्तर्गत केन्द्र सरकार राज्य सरकार एवं अन्य शासकीय कार्यालयों से प्राप्त होने वाले संकलित अनुदान जैसे सांसद निधि, विधायक निधि, मुख्यमंत्री नगर सृजन योजना, केन्द्र/राज्य सरकार द्वारा वित्त पोषित योजनाएं (यथा स्वच्छ भारत मिशन व अमृत योजना), अन्त्येष्टि स्थलों का विकास/सौन्दर्यीकरण, 15वां वित्त आयोग, डिपाजिट मद, समग्र विकास निधि, नगरीय सड़क सुधार योजना एवं अन्य योजनाएं आदि के लिए नगर निगम को प्राप्त होने वाली आय रु0 59,900.00 लाख (रुपये पांच अरव निल्याहावे करोड) प्रस्तावित की गयी है

उच्चन्त लेखा : इस मद में भी पुनरीक्षित बजट 2023-24 के लिए रू0 1300.00 लाख (रुपया तेरह करोड़) प्रस्तावित किया गया है।

इस प्रकार राजस्व, पूँजी तथा उच्चन्त लेखों की सम्भावित आय के आधार पर पुनरीक्षित बजट 2023-2024 के आय पक्ष में 209159.00 लाख (रुपये बीस अरब इक्यान्नवे करोड उन्सठ लाख) की आय प्रस्तावित की गयी है।

व्यय पक्ष

राजस्व लेखा : राजस्व लेखे के अन्तर्गत पुनरीक्षित बजट 2023-2024 में रू 147907.05 लाख (रुपया चौदह अरब उन्यासी करोड़ सात लाख पांच हजार) का व्यय प्रस्तावित किया गया है।

पूँजी लेखा : इस मद में केन्द्र सरकार, राज्य सरकार एवं शासकीय कार्यालयों से प्राप्त धनराशि से किए गए व्यय का संकलन जैसे-15वां वित्त, सांसद निधि, विधायक निधि, मुख्यमंत्री नगर सृजन योजना, केन्द्र/राज्य सरकार द्वारा वित्त पोषित योजनाएं यथा (स्वच्छ भारत मिशन, व अमृत योजना), डिपाजिट मद आदि किया जाता है। पुनरीक्षित बजट 2023-2024 में 59,900.00 लाख (रुपये पांच अरब निन्यानवे करोड़) का व्यय प्रस्तावित किया गया है।

उच्चन्त लेखा : इस मद के अन्तर्गत पुनरीक्षित वजट 2023-2024 में रू0 1300.00 लाख (रुपया तेरह करोड़) का व्यय प्राविधान प्रस्तावित किया गया है।

उपरोक्तानुसार पुनरीक्षित बजट वर्ष 2023-2024 के आय पक्ष में रू. 209159.00 लाख (रुपये बीस अरब इक्यानबे करोड उन्सठ लाख) में प्रारंभिक अवशेष रू. 27890.30 लाख (रुपया दो अरब अठ्तर करोड़ नब्बे लाख वीस हजार) मिलाकर सकल आय रु० 237049.30 लाख (रुपया तेइस अरब सत्तर करोड़ उन्चास लाख तीस हजार) तथा सकल व्यय रू० 209107.05 लाख (रुपया बीस अरब इक्यानबे करोड़ सात लाख पांच हजार) मात्र का प्रस्तावित किया गया है।
आय-व्यय के पारस्परिक समायोजनोपरान्त रू0 27942.25 लाख (रुपया दो अरब उन्यासी करोड़ बयालिस लाख पच्चीस हजार) मात्र अंतिम अवशेष के साथ पुनरीक्षित है।

उपरोक्त के क्रम में जलकल विभाग, नगर निगम लखनऊ का वित्तीय वर्ष 2023-24 का पुनरीक्षित बजट निम्नानुसार प्रस्तुत किया गया:-

आय पक्ष में जलकल विभाग को जलकर/सीवरकर/जलमूल्य/विद्युत देयों व संचालन हेतु अनुदान आदि मदों से प्राप्त होने वाली आय को संचालन आय के मद में व शासन से प्राप्त होने वाले ऋण, अनुदान आदि को असंचालन आय मद में निम्ननानुसार संकलित किया जाता है :-

(क) संचालित आय :- रू० 37573.78 लाख (जलकर/सीवरकर/जलमूल्य/विद्युत देयों व संचालन हेतु अनुदान से प्राप्त होने वाली आय व जिसमे प्रारम्भिक अवशेष भी सम्मिलित है।)

(ख) असंचालित आय रू० 2743.00 लाख (15वाँ वित्त आयोग से सम्भावित प्राप्त राशि व जल संयोजनों के नियमितीकरण से आय)

कुल संचालित/असंचालित आय रू. 40319 70 लाख (चार सौ तीन करोड़ सोलह लाख अठहत्तर हजार)

व्यय पक्ष में अधिष्ठान, विद्युत एवं ऊर्जा पूर्तिया एवं रसायन सामान्य मरम्मत, अन्य, उपकर व पूँजीगत व्यय आदि होने वाले व्ययों को शामिल किया गया है। विद्युत एवं ऊर्जा दरो तथा (समरसेंबुल मरम्मत व रिबोर में अतिरिक्त व्यय भार) होने के कारण व्ययों में वृद्धि हुयी है।

जानकीपुरम विस्तार, मानसरोवर कालोनी, ट्रान्सपोर्ट नगर व अवास विकास विभाग की वृन्दावन कालोनी जलकल विभाग को हस्तगत होने व उक्त कालोनियों का सीवरेज व भरवारा एवं दौलतगंज सीवेज ट्रीटमेन्ट प्लान्ट से न जुड़ा होने के कारण मेसर्स सुवेज इण्डिया प्रा० लिमिटेड को हस्तगत नहीं हुआ है। उपरोक्त कारणो से सीवेज पम्पिंग स्टेशन एवं सीवेज ट्रीटमेन्ट प्लान्ट के व्ययभार में वृद्धि हुई है।

(क) संचालित व्यय :- रू० 34368.00 लाख (अधिष्ठान, विद्युत एवं ऊर्जा, पूर्तिया एवं रसायन, सामान्य मरम्मत एवं अन्य मद)

(ख) असंचालित व्यय :- रू० 5933.00 लाख (पूँजीगत व्यय एवं 15वीं वित्त आयोग से प्राप्त राषियों के व्यय)

कुल संचालित/असंचालित व्यय :- रू0 40301.00 लाख (चार सौ तीन करोड़ एक लाख)

कुल लाभ :- रू. 15.78 लाख (पन्द्रह लाख अठहत्तर हजार)

जलकल विभाग द्वारा नई मांगों का सृजन कर व ऑन लाइन बिलिंग के माध्यम से वसूली बढ़ाते हुये व व्ययों को कम करते हुए वित्तीय वर्ष 2023-24 के पुनरीक्षित बजट रू. 15.78 लाख लाभ का पुनरीक्षित बजट प्रस्तुत किया गया है।

मा० कार्यकारिणी समिति के समक्ष विचारार्थ प्रस्तुत उक्त नगर निगम लखनऊ एवं जलकल विभाग के पुनरीक्षित बजट 2023-2024 को आंशिक संशोधन के साथ स्वीकृति प्रदान की गयी।

इसी के साथ बैठक में अन्य तमाम प्रस्तावों व बजट की राशि मे आंशिक संशोधन के साथ स्वीकृति प्रदान की गई।

मा. महापौर द्वारा वार्ड विकास निधि से पूरे 220 करोड़ 31 मार्च तक पेमेंट किये जाने के निर्देश नगर आयुक्त को दिए गए।निधि का पैसा खर्च न करने की दशा में धनराशि लैप्स होजाने की बात कही गयी

साथ ही कल्याण मंडप सामुदायिक केंद्र जोकि नगर निगम की एक बड़ी व्यवस्था है, उसकी जिम्मेदारी के दृष्टिगत जोनल अधिकारी को बुकिंग की जेड एस ओ को साफ सफाई एवं अपर नगर अयुक्त व एक्ससीएन को रखरखाव की व्यवस्था देखने के फैसले को मंजूरी मिली।

इसी के साथ जोनल कार्यालय अंतर्गत चूना, बलीचिंग, गाड़ी मरम्मत इत्यादि कार्यों के लिए जोनवार रेट लिस्ट देने एवं जेड एस ओ व इंजीनियर को खरीद के लिए अधिकृत किया गया।

सभी जोनों के कार्यालय में एक-एक कक्ष बैठक के लिए बनवाये जाने के निर्देश दिए गए।

साथ ही ज़ोन 2 में लक्ष्मण जी की मूर्ति एवं सिख समाज का चिन्ह लगाने पर अनुमति प्रदान की गई।

उक्त के अतिरिक्त मा. उच्च न्यायालय लखनऊ द्वारा पेश किए गए प्रस्ताव, नगर निगम लखनऊ क्षेत्र के अन्तर्गत सरोजनी नगर, अमौसी / नादरगंज, चिनहट, देवा रोड एवं तालकटोरा क्षेत्रों में जन सुविधाऐं उपलब्ध कराये जाने के हेतु औद्योगिक क्षेत्रों का विकास नाम से एक नवीन लेखा शीर्षक गठित करते हुए आय एवं व्यय पक्ष में व्यवस्थापित करने के प्रस्ताव को स्वीकृति प्रदान की गई।

बैठक में पार्षद निधि पर चर्चा के दौरान सपा के दो पार्षद निधि बढ़ाने को लेकर कार्यकारिणी की बैठक छोड़ कर चले गए।

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *