गोरखपुर : अन्जुमन शिया वेल्फेयर सोसाइटी, गोरखपुर (रजिस्टर्ड) के तत्वावधान में तमाम मोमिनीन, मोमिनात की जानिब से नगर के इमाम-बारगाह अशरफुन्निसा ख़ानम बीबी, निकट डाकघर गीताप्रेस, गोरखपुर में मजलिस-ए-अज़ा का आयोजन हुआ । हज़रत पैगंबर मुहम्मद साहब के जानशीनों में एक हज़रत इमाम हसन अस्करी (अ०) के बलिदान दिवस (यौम-ए-शहादत) के अवसर पर मजलिस अज़ा में मौलाना शमशाद अब्बास साहब ने अपनी तक़रीर में हज़रत इमाम हसन “अस्करी”(अ०)” की कुर्बानियों को ब्यान किया। उन्होंने बताया कि अहले-बैत से सच्ची अक़ीदत और एताअत के बेगै़र दीन सुकूत अधूरा है । इस अवसर पर मिर्ज़ा अली अब्बास ने सोज़-ख़्वानी , सय्यद ज़फर, सय्यद फ़िरोज़ हुसैन, सय्यद ज़्व्वार और अरहम ने नौहा-ख़्वानी की । हज़रत इमाम हसन अस्करी (अ०) के बलिदान दिवस (यौम-ए-शहादत) के अवसर पर आयोजित इस मजलिस में सय्यद अज़ीज रिज़वी, सय्यद शक़ील रिज़्वी, सय्यद अक़ील रिज़्वी, सय्यद जाफर रज़ा, आग़ा हसन मोहम्मद, आग़ा शानदार, सय्यद मसरूर ज़ामिन, मोलवी शबीहुलहसन आज़मी, सय्यद आलेहैदर, सय्यद वसीअख्तर रिज़्वी, सय्यद अशफ़ाक हैदर, रफअत हुसैन, सय्यद एजाज़ रिज़्वी, सय्यद जावेद, सय्यद सुल्तान, मुज़म्मिल, सय्यद रिज़वान, मिर्ज़ा कर्रार हुसैन, सय्यद वकील, मिर्ज़ा अस्ग़र और सय्यद नसीम सुबही (प्रबन्धक) साहित तमाम अज़ादारों ने शिरक़त की ।
