गोरखपुर : इस्लामिक नर्सरी एण्ड गर्ल्स जूनियर हाई स्कूल, रहमत नगर, गोरखपुर में आज “मोहसिन-ए-इंसानियत हज़रत मुहम्मद” विषय पर एक तकरीरी (भाषण प्रतियोगिता) मुकाबला का आयोजन किया गया। जिसमे गोरखपुर के विभिन्न स्कूलों और मदरसों के छात्र छात्राओं ने भाग लिया ।
कार्यक्रम की अध्यक्षता गोरखपुर विश्वविद्यालय के विधि संकाय के अध्यक्ष प्रोफेसर अहमद नसीम ने करते हुए कहा कि हज़रत मोहम्मद सल्लाहु अलैहे वसल्लम ने हमेशा परोपकार और मानव जाति के विकास एवं मानव हित की बात कही है। उन्होंने कहा कि आज की इस भाषण प्रतियोगिता में किस ने कौन सा स्थान प्राप्त किया ये महत्वपूर्ण नहीं है। महत्वपूर्ण ये है कि आप को ये सौभाग्य प्राप्त हुआ कि आप सभी ने हज़रत मुहम्मद के व्यक्तित्व पर अपना मत प्रस्तुत किया ।
कार्यक्रम के संयोजक मोहम्मद शहाबुद्दीन ने बताया कि हज़रत मुहम्मद सल्लाहु अलैहे वसल्लम का पूरी जिंदगी एक मिसाली जिंदगी है। आप ने यातिमों , विधवाओं, गरीबों बेसहारों और कमज़ोरों के लिए कहा कि इन लोगों का हमेशा खयाल रखना, इनके साथ अच्छा सलूक करना l
डा.साजिद अंसारी ने कहा कि हज़रत मुहम्मद के आदर्शों को अपनाना और उनके दिखाया हुए सत्य के मार्ग पर चलने में ही भलाई । उन्होंने कहा कि इस तरह के कार्यक्रमों से छात्र छात्राओं के बौद्धिक विकास के साथ साथ ज्ञान में भी वृद्धि होती है ।
मौलाना हाफ़िज़ नासिरुद्दीन , क़ारी नसीमुल्लाह और मुफ्ती मोहम्मददुल्लाह ने भाषण प्रतियोगिता में निर्णायक की भूमिका निभाई ।
भाषण प्रतियोगिता में मतलूब अहमद दारुल उलूम गोरखपुर ने प्रथम, जुबारिया खान, एस टी चिल्ड्रन एकेडमी गोरखपुर ने द्वितीय एवं फैजान अहमद, इस्लामिया कॉलेज ने तृतीय स्थान प्राप्त किया।
कार्यक्रम में प्रोफेसर नसीम अहमद, अकरम लारी, इंजीनियर शाह आलम, क़ाज़ी कलीमउल हक़, डॉ. साजिद अंसारी,नौशाद लारी आदि मनचासिन रहे ।
कार्यक्रम की सफल बनाने में डॉ. परवेज़ लारी,मोहम्मद अब्दुल्लाह,ग़ुफरान अहमद,ग़ुलाम शाकिर का विशेष योगदान रहा।
“मोहसिन ए इंसानियत हज़रत मुहम्मद सब के लिए” विषय पर आयोजित भाषण प्रतियोगिता में मोहम्मद इफराहीम,मोहम्मद दानिश, अतीक़ अहमद ख़ान,सलीम उल्लाह,मौलाना असद मख़ज़ूमी,मौलाना तलहा,मौलाना रियाज़, मौलाना जमाल उददीन, मौलाना सुब्हानअल्लाह, साक़िब, अशरफ समीर, ज़ीनत परवीन, मोहिनुद्दीन, मोहम्मद ओवैस, मोहम्मद यूसुफ, तौफीके आलम, मोहम्मद सुफियान आदि के अतिरिक्त बड़ी संख्या में महिलाएं भी उपस्थित रहीं ।