कलैक्ट्रेट के एन0आई0सी0 कक्ष में ज़िलाधिकारी श्री सूर्य पाल गंगवार द्वारा विद्यालय के जिम्मेवार व्यक्ति अथवा स्वंय प्रधानाचार्य/प्रबन्धको के साथ विद्यालय खुलने व छूटने के समय लगने वाले जाम के निराकरण के सम्बंध में एक महत्वपूर्ण बैठक आहूत की गई। बैठक में विद्यालयों के जिम्मेवार व्यक्ति अथवा स्वंय प्रधानाचार्य/प्रबन्धको के द्वारा ज़िलाधिकारी को प्रेजेंटेशन के माध्यम से उनके द्वारा की जाने वाली व्यवस्थाओ के बारे में अवगत कराया गया। उक्त के पश्चात ज़िलाधिकारी द्वारा समस्त विद्यालयों को आवश्यक दिशा निर्देश दिए गए :-
1) बैठक में ज़िलाधिकारी द्वारा समस्त विद्यालयों को कड़े निर्देश दिए गए कि तत्काल सभी विद्यालयों में एक एक ट्रैफिक नोडल की नियुक्ति करते हुए ट्रैफिक कंट्रोल रूम की स्थापना करना सुनिश्चित किया जाए। उक्त कंट्रोल रूम मे आस पास की रोडो की सीसीटीवी कैमरे लगते हुए लाइव फीड देना सुनिश्चित की जाए ताकि पता चल सके कि किस रोड पर जाम की समस्या उत्पन्न हो रही है। साथ ही जहाँ जहाँ सीसीटीवी कैमरे लगाए जाए उन स्थानों पर के कन्द्रीकृत पब्लिक एड्रेस सिस्टम के द्वारा एनाउंसमेंट की व्यवस्था को सुनिश्चित किया जाए ताकि एनाउंसमेंट के द्वारा बेतरतीब खड़े वाहनों को दिशा निर्देश दिए जा सके। साथ ही निर्देश दिया कि विद्यालय के ट्रैफिक नोडल के पास विद्यार्थियों के अभिभावकों के नम्बर और उनके वाहनों के नम्बरो की सूची उपलब्ध रहे। जिससे जाम की स्थिति में नोडल द्वारा अभिभावकों को कॉल करके या एनाउंसमेंट के द्वारा अव्यवस्थित पार्क वाहनों को तत्काल चलानी कार्यवाही करते हुए हटवाया जा सके।
2) ज़िलाधिकारी द्वारा निर्देश दिए गए कि सभी विद्यालय अपने यहां ट्रैफिक कन्ट्रोलिंग के लिए स्टाफ की नियुक्ति करना सुनिश्चित करे। ताकि विद्यालय खुलने व छूटने के समय विद्यालय का ट्रैफिक कन्ट्रोलिंग स्टाफ ट्रैफिक पुलिस के साथ समन्यव स्थापित करते हुए विद्यालय के गेट पर ट्रैफिक को रुकने न दे।
3) ज़िलाधिकारी द्वारा निर्देश दिए गए कि जो अभिभावक स्वयं वाहन चलाकर बच्चो को लेने आते है ऐसे वाहनों की पार्किंग विद्यालय परिसर के अंदर करना सुनिश्चित कराए। ऐसे वाहन विद्यालय के बाहर रोड पर नही खड़े होंगे।
4) ज़िलाधिकारी द्वारा बताया गया कि प्रायः यह देखा जाता है कि विद्यालयों के बाहर विभिन्न प्रकार के वेंडरो, स्टाल, ठेला आदि के खड़ा होने के कारण भी यातायात बाधित होता है। जिसके लिए निर्देश दिए गए कि विद्यालय के द्वारा नियुक्त किये गए ट्राफिक कन्ट्रोलिंग स्टाफ वेंडरो, स्टाल, ठेला आदि को विद्यालय के बाहर रुकने नही देगे।
5) बैठक में ज़िलाधिकारी द्वारा कड़े निर्देश दिए गए कि विद्यालयों द्वारा नियुक्त ट्रैफिक कन्ट्रोलिंग पर्सनल्स सफेद ड्रेस में स्कूल के बैज के साथ फील्ड पर रहेगे और ट्रैफिक पुलिस के साथ समन्वय करते हुए यातायात का सुचारू रूप से संचालन कराना सुनिश्चित करेंगे। सभी ट्रैफिक कन्ट्रोलिंग पर्सनल्स के पास तेज़ ध्वनि वाली सिटी भी अनिवार्य रूप से रहेगी।
6) ज़िलाधिकारी द्वारा बताया गया कि जो वाहन ड्राइवरों के द्वारा स्कूल बच्चो को लेकर आए गए वह स्कूल के बाहर वाहन खड़ा करके नही जाएगे। वह अपने वाहनों में बैठे रहेगे। विद्यालय के बाहर बिना ड्राइवर के खड़े वाहनों पर चालानी कार्यवाही करना सुनिश्चित की जाएगी।
*यातायात नियमो का उलंघन या यातायात को बधित करने वाले वाहनों के विरुद्ध की जाने वाली कार्यवाही का विवरण:-*
1) ऐसे वाहन जो बिना ड्राइवरों के विद्यालय के बाहर खड़े पाए जाएगे। ऐसे वाहनों पर चालान चस्पा करते हुए आर0सी0 जब्त करने की कार्यवाही की जाएगी और चालान की धनराशि का भुगतान करने के बाद ही आर0सी0 वापस दी जाएगी।
2) ज़िलाधिकारी द्वारा बताया गया कि सभी विद्यालय यातायात बाधित करने वाले अभिभावकों/वाहनों को जारी किए गए चालानों का रिकार्ड मेंटेन करेगे और इसका रिपोर्ट कार्ड बना कर अभिभावकों को देगे। साथ ही जारी किए गए चालानों की संख्या को निर्धारित करते हुए मानक तय करेंगे और मानक से अधिक चालान वाले वाहनों/अभिभावकों को नोटिस जारी करेंगे।
3) यदि नोटिस जारी होने के बाद भी अभिभावकों द्वारा यातायात बाधित किया जाना पाया जाएगा तो ऐसे अभिभावकों के वाहनों को उक्त क्षेत्र में प्रवेश के लिए एक माह तक प्रतिबंधित करेगे।
4) वायलेंस/न्यूसेंस फैलाने वाले अभिभावकों के विरुद्ध ट्रैफिक पुलिस द्वारा कड़ी कार्यवाही करना सुनिश्चित की जाएगी।